बिहार

हिन्दी माध्यम में एनसीईआरटी की अधिकतर किताबें उपलब्ध नहीं

Harrison
21 Sep 2023 10:13 AM GMT
हिन्दी माध्यम में एनसीईआरटी की अधिकतर किताबें उपलब्ध नहीं
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बिहार | राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) की हिन्दी माध्यम की अधिकतर किताबें उपलब्ध नहीं हैं. विशेषकर 11वीं और 12 वीं के छात्रों को काफी परेशानी होती है. चूंकि बिहार बोर्ड में हिन्दी माध्यम में ही पढ़ाई होती है और 11वीं में एनसीईआरटी पाठ्यक्रम लागू है. वहीं प्रतियोगी परीक्षाओं में अधिकतर सवाल भी एनसीईआरटी की किताबें से होते हैं. इंजीनियरिंग-मेडिकल की तैयारी में तो ये किताबें पढ़नी जरूरी है. ऐसे में उन छात्रों को बहुत परेशानी होती है, जिनका माध्यम हिन्दी है.
एससीईआरटी ने भी नहीं किया अब तक अपडेट राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) पिछले दो साल से किताबों को संशोधित करके अपडेट कर रहा है. इसमें कक्षा एक से आठवीं तक की किताबें अपडेट हो चुकी हैं. अब नौवीं व 10वीं की किताबें भी संशोधित होंगी, लेकिन 11वीं-12वीं की किताबों का हिन्दी माध्यम अपडेट नहीं किया गया है. इंटर विज्ञान, कला और वाणिज्य में कुल 23 किताबें हैं. अगर ये दुरुस्त हो जाएं तो सूबे के 15 लाख से अधिक इंटर के छात्रों को राहत मिलती. एनसीईआरटी के अनुसार अंग्रेजी की तरह हिन्दी माध्यम की किताबें भी छपती हैं, लेकिन संख्या कम होती है. वहीं हिन्दी माध्यम की किताबों को 2011 के बाद अपडेट नहीं किया गया है. अगर छात्र ये किताबें पढ़ते भी हैं तो उन्हें पुराने डेटा ही मिलेंगे. अर्थशास्त्रत्त्, भूगोल, नागरिक शास्त्रत्त् आदि विषयों की भी किताबें पुरानी ही चल रही हैं.
एनसीईआरटी की सभी किताबें अंग्रेजी माध्यम में उपलब्ध हैं. कुछ विषयों की किताबें हिन्दी में हैं लेकिन वह दस साल से अपडेट नहीं हुए हैं. ऐसे में छात्रों को उन किताबों से पढ़ने का कोई फायदा नहीं होता है.
- मनीष कुमार, मैनेजर, ज्ञान गंगा पब्लिकेशन, बिहार
हिन्दी माध्यम की किताबों की मांग कुछ ही राज्यों में होती है. ऐसे में उन राज्यों के एससीईआरटी को कहा जा चुका है वे अपने स्तर से हिन्दी माध्यम की किताबों का अनुवाद करें. वैसे एनसीईआरटी भी अब हिन्दी माध्यम की पुरानी किताबों को अपडेट करेगी.
- इंद्रानी भादूड़ी, निदेशक एनसीईआरटी
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