पटना: पटना जिले के दानापुर व बिहटा दो ऐसे अंचल हैं, जहां भूमि विवाद के सबसे ज्यादा फीसदी मामले दर्ज किए जा रहे हैं. हर माह जिले में दो सौ से अधिक भूमि विवाद के नये मामले दर्ज कराए जा रहे हैं. थाना स्तर पर प्रत्येक भूमि विवाद की समस्या को कम करने के लिए बैठक की जाती है. लेकिन मामले कम नहीं हो रहे हैं. यह समस्या पटना शहर के आसपास के इलाके में अधिक है.
प्रशासनिक समीक्षा में पाया गया कि दानापुर अनुमंडल में भू-माफियाओं के कारण विवाद अधिक हो रहे हैं. दानापुर, बिहटा, मनेर, नौबतपुर में भू-माफिया अधिक सक्रिय हैं. पिछले एक साल में इस अनुमंडल में दो सीओ और एक डीसीएलआर पर कार्रवाई भी हो चुकी है. तीन राजस्व कर्मचारियों को निलंबित भी किया गया.
अधिकारियों को यह उम्मीद थी कि ऐसी कार्रवाई से भूमि विवाद के मामले कम होंगे, लेकिन जनवरी में दो सौ से अधिक नये मामले सामने आने के बाद चिंता बढ़ गई है. पटना शहर के आसपास के फुलवारीशरीफ, दानापुर, संपतचक, सदर, नौबतपुर में मामले बढ़ रहे हैं.
भूमि पर कब्जे के मामले अधिक जिला प्रशासन के पास सबसे अधिक शिकायत भूमि पर कब्जे को लेकर है. इसके बाद राजस्व कर्मचारियों की गलती या मनमानी के कारण भूमि के दोहरे जमाबंदी विवाद सामने आए हैं. जिले में ऐसे मामले प्रतिशत हैं. हालाकि इसमें से ज्यादातर मामले डीसीएलआर या एडीएम राजस्व के न्यायालयों में विचाराधीन है.
भूमि विवाद के ये हैं कारण
● पारिवारिक बंटवारा नहीं होना
● एक ही जमीन की दोहरा जमाबंदी होना
● अतिक्रमण के कारण दो गुटों में विवाद
● एक जमीन की दो बोर रजिस्ट्री
महत्वपूर्ण तथ्य
● जिले में भूमि विवाद के लंबित मामले 641
● जनवरी माह में नये मामले दर्ज 278
● भूमि विवाद के कारण धारा-107 के तहत कार्रवाई 1169 लोगों पर
● विवाद के कारण भूमि पर लगाए गए धारा 144 की संख्या 305
● जिले में अब तक थाना स्तर पर भूमि विवाद को लेकर बैठक 8169