बिहार

मॉच्यूरी हाउस निर्माण के 8 साल बाद भी चालू नहीं

Admindelhi1
22 March 2024 5:39 AM GMT
मॉच्यूरी हाउस निर्माण के 8 साल बाद भी चालू नहीं
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सरकार द्वारा एक वहां आवश्यक उपकरण उपलब्ध नहीं कराए जाने के कारण आठ साल बाद भी री हाउस में शव का पोस्टमार्टम शुरू नहीं

मुंगेर: सदर अस्पताल में 8 साल पूर्व 56 लाख की लागत से शव का पोस्टमार्टम करने के लिए मॉच्यूरी हाउस बनाया गया था. परंतु सरकार द्वारा एक वहां आवश्यक उपकरण उपलब्ध नहीं कराए जाने के कारण आठ साल बाद भी री हाउस में शव का पोस्टमार्टम शुरू नहीं हो पाया है. स्थिति यह है कि पुराने व जर्जर हो चुके पोस्टमार्टम हाउस में ही शव का पोस्टमार्टम कराया जाता है.

जबकि नए पोस्टमार्टम हाउस में जिला स्वास्थ्य समिति के अधीन डीईआईसी (डिस्ट्रिक्ट अर्ली इंटरवेंशन सेंटर) संचालित होता है. जबकि शव का पोस्टमार्टम पुराना पोस्टमार्टम हाउस होता है. जो सुरक्षित नहीं रहने के कारण अक्सर वहां आवारा कुत्ते प्रवेश कर जाते हैं. इस दौरान पुलिस द्वारा 72 घंटा तक पहचान के लिए रखे जाने वाले अज्ञात शव को जानवर क्षत विक्षत कर देते हैं. इस तरह का मामला छह माह पूर्व सदर अस्पताल में सामने आ चुका है. जब जीआरपी द्वारा एक शव को पहचान के लिए 72 घंटे के लिए पोस्टमार्टम हाउस में रखा गया था. पहचान के लिए जब परिजन दूसरे दिन पोस्टमार्टम हाउस शव की शिनाख्त करने पहुंचे तो वहां क्षत विक्षत शव को देख परिजन आक्रोशित हो गए थे और काफी हंगामा किया.

अबतक क्यों नहीं हो सका चालू अस्पताल प्रबंधन की मानें तो री हाउस में शव का कोल्ड स्टोरेज चेन, रिकार्ड कीपिंग स्टाफ, एक्सरे मशीन, विधिवत ओटी आदि का प्रबंध रहना चाहिए. जिससे अपराधी पुलिस की गिरफ्त में होता है. यही कारण है कि आज तक री हाउस में शव का पोस्टमार्टम आरंभ नहीं हो सका. बता दें कि 29 2023 को तत्कालीन डीएम नवीन कुमार ने अस्पताल निरीक्षण के दौरान पुराने पोस्टमार्टम हाउस को मर्चरी हाउस में शिफ्ट करते हुए मानक प्रक्रिया के अनुरूप अज्ञात शव के अनुरक्षण की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया था.

बता दें कि वर्ष 20 में 56 लाख की लागत से अत्याधुनिक पोस्टमार्टम हाउस का निर्माण किया गया था.

जहा 6 कमरा बनाया गया था.

इन कमरों में पोस्टमार्टम के बाद बेसरा को सुरक्षित रखने के प्रबंध किया गया था. इसके अलावा अज्ञात शव को पहचान के लिए 72 घंटे तक सुरक्षित रखने के रूम के अलावा पोस्टमार्टम रिपोर्ट तैयार करने के लिए डाक्टर्स का चैंबर बनाया गया था. परंतु आवश्यक उपकरण नहीं भेजा जा सका. अब स्थिति यह है कि री हाउस जर्जर होने लगा है.

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