पटना. बिहार में मानसून तो आ गया लेकिन बारिश की कमी इस बार काफी ज्यादा नजर आ रही है। बारिश कम होने की वजह से बिहार में खेती-किसानी पर भी काफी संकट बढ़ रहा है। राज्य के 12 जिले ऐसे हैं जिसमें बारिश इस बार सामान्य से काफी ज्यादा कम है। सिर्फ दो जिलों अररिया और किशनगंज में ही सामान्य से अधिक बारिश रिकॉर्ड की गई है। हालांकि, राहत की खबर ये भी है कि 18 जुलाई से पटना समेत 20 जिलों में झमाझम बारिश हो सकती है।
मिली जानकारी के अनुसार, बिहार में एक जून में 16 जुलाई तक 349 मिमी बारिश का सामान्य मानक है, लेकिन इस अवधि में मात्र 195.5 मिमी बारिश हुई है। अब तक बारिश की कमी 44 प्रतिशत पर पहुंच गयी है। 12 जिले ऐसे हैं, जहां सामान्य से 40 फीसदी से भी कम बारिश हुई है।
जिलों में अरवल में 73 प्रतिशत, औरंगाबाद में 70 प्रतिशत, शेखपुरा में 72 प्रतिशत, शिवहर में 70 प्रतिशत, सारण में 67 प्रतिशत, लखीसराय में 67 प्रतिशत, नवादा में 64 प्रतिशत, रोहतास में 64 प्रतिशत, कटिहार में 63 प्रतिशत, भागलपुर में 62 प्रतिशत, गोपालगंज में 62 प्रतिशत और नालंदा में 60 प्रतिशत कम बारिश हुई है। राज्य के चार जिले ऐसे हैं, जहां बारिश की कमी 70 प्रतिशत या उससे अधिक है।
अरवल में अब तक 229 मिमी बारिश होनी चाहिए लेकिन मात्र 61.1 मिमी बारिश हुई है। वहीं औरंगाबाद में 279.4 मिमी की जगह 83 मिमी, शेखपुरा में 301.1 मिमी की जगह 84.2 मिमी, शिवहर में 380.3 मिमी की जगह मात्र 115 मिमी बारिश हुई है।
अररिया और किशनगंज में सामान्य से अधिक बारिश
राज्य के केवल दो जिले ही ऐसे हैं, जहां सामान्य से अधिक बारिश हुई है। इन दो जिलों में किशनगंज में सामान्य से 28 प्रतिशत और अररिया में सामान्य से 27 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है। सुपौल में कुछ दिनों पहले तक बारिश का आंकड़ा सामान्य से अधिक था लेकिन पिछले एक हफ्ते में बारिश न होने से अब यहां भी सामान्य से 11 प्रतिशत कम बारिश का आंकड़ा रिकॉर्ड हुआ है।