पटना: पटना जिले में 21 हजार से अधिक छात्रों को बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड दिया गया है. इन छात्रों को उच्च्तर पढ़ाई के लिए 700 करोड़ से अधिक राशि दी गई है.
पटना जिले में स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड वितरित करने का काम प्रदेश के कई अन्य जिलों से काफी अच्छा है. यह तथ्य डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह के छज्जूबाग स्थित जिला निबंधन एवं परामर्श केंद्र (डीआरसीसी) के निरीक्षण के दौरान सामने आया. डीएम ने बताया कि योजना के प्रारंभ की तिथि से 31 जुलाई तक लगभग 700 करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए. अब तक 21 हजार 278 स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड निर्गत किया गया है. डीएम ने इस योजना के बेहतर क्रियान्वयन पर खुशी हाजिर करते हुए कहा कि जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (योजना एवं लेखा) बिहार राज्य शिक्षा वित्त निगम लिमिटेड से समन्वय स्थापित कर लंबित आवेदनों को यथाशीघ्र निष्पादित कराएं.
मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना के क्रियान्वयन की अच्छी स्थिति पायी गई. इस योजना के तहत 28 हजार 205 आवेदनों को स्वीकृत किया गया है. योजना के तहत 27 हजार 674 आवेदकों के खाते में 40 करोड़ 88 लाख 59 हजार रुपये हस्तांतरित कर दिए गए. कुशल युवा कार्यक्रम के तहत 94 हजार 842 आवेदन स्वीकृत किए गए.
इसमें अब तक 89 हजार 12 लोगों को प्रशिक्षित किया गया है. डीएम ने डीआरसीसी के अधिकारियों से कहा है कि जिन छात्रों का आवेदन लंबित है उसे तत्काल निष्पादित करें.
एससीईआरटी सभी प्रशिक्षण कार्य रुके
राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद् (एससीईआरटी) ने जाति आधारित जगगणना कार्य के कारण सभी तरह के प्रशिक्षण को स्थगित कर दिया है. सभी शिक्षकों को तत्काल अपने विद्यालय में योगदान देने का आदेश दिया है. शिक्षक अपने विद्यालय में योगदान करते हुए जाति आधारित गणना में द्वितीय चरण में शेष कार्यों को पूर्ण करने में मदद करेंगे.
एससीईआरटी के निदेशक सज्जन आर ने बताया कि सभी अध्यापक शिक्षा महाविद्यालय, जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान, प्राथमिक शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय एवं प्रखंड शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के प्राचार्यों को पत्र लिख कर इसकी सूचना दी गयी है. अभी एससीईआरटी में प्राथमिक और मघ्य विद्यालयों के शिक्षकों को पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्य चल रहा था.