बिहार

लघु औद्योगिक इकाइयों में मिला ज्यादा रोजगार

Admindelhi1
26 Feb 2024 7:17 AM GMT
लघु औद्योगिक इकाइयों में मिला ज्यादा रोजगार
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बक्सर: सूबे के 308 इंटर कॉलेज मानक के अनुरूप पाये गये हैं. ऐसे कॉलेजों को राज्य सरकार की ओर से लंबित अनुदान दिये जाने का रास्ता साफ हो गया है. इन कॉलेजों का वर्ष के बाद से ही अनुदान बकाया है.

शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के अनुसार राज्य में 599 वित्त संपोषित इंटर कॉलेज हैं. इनमें 488 कॉलेजों की जांच बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की ओर से करायी गयी थी, जिनमें 308 ही तय मानक के अनुरूप पाये गये हैं. विभाग के पदाधिकारी बताते हैं कि अनुदान जारी करने को लेकर ही इन सभी की जांच करायी गया है. वहीं, जो कॉलेज मानक के अनुरूप नहीं पाये गये हैं, उन्हें आवश्यक सुधार लाने का निर्देश दिया गया है. मालूम हो कि वित्त संपोषित इंटर कॉलेजों को उत्तीर्ण छात्र-छात्राओं की संख्या के आधार पर अनुदान की राशि दी जाती है. विभाग से मिली जानकारी के अनुसार शैक्षणिक सत्र 14- तक की राशि करीब 300 इंटर कॉलेजों को इस साल भेजी गयी है. वहीं, अपरिहार्य कारणों से सात साल की अनुदान राशि लंबित है. विभागीय पदाधिकारी बताते हैं कि कॉलेजों की जांच की प्रक्रिया पूरी हो गयी है. अब, उम्मीद की जा रही है कि वर्ष के बाद का बकाया अनुदान जारी करने की कवायद शुरू की जा सकती है.

देवेशचंद्र ठाकुर ने शोक जताया: बिहार विधान परिषद के सभापति देवेशचंद्र ठाकुर ने विधान पार्षद डॉ. विरेंद्र नारायण यादव के पिता लक्ष्मी नारायण यादव के निधन पर शोक जताया और परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की. विधान पार्षद डॉ. यादव के पिता लक्ष्मी नारायण यादव का निधन हो गया. वे माध्यमिक विद्यालय के प्राचार्य थे, उनकी उम्र 100 वर्ष से अधिक थी. वहीं, बिहार विधान परिषद् के उप सभापति प्रो. राम चंद्र पूर्वे एवं सदस्य संजीव सिंह ने भी डॉ. विरेन्द्र नारायण यादव के पिता के निधन पर शोक व्यक्त किया.

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