बिहार

मोकामा उपचुनाव: दो बाहुबलियों की पत्नी में टक्कर

Shantanu Roy
17 Oct 2022 6:09 PM GMT
मोकामा उपचुनाव: दो बाहुबलियों की पत्नी में टक्कर
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बड़ी खबर
पटना। बिहार में दो विधानसभा सीटों पर आगामी तीन नवम्बर को मतदान होना है। यहां मुख्य मुकाबला राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के बाहुबली अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता ललन सिंह की पत्नी सोनम देवी के बीच होगा। भाजपा मोकामा में बाहुबल का जवाब बाहुबल से देना चाहती है। मोकामा की जातीय संरचना ऐसी है कि महागठबंधन और भाजपा दोनों को भूमिहार उम्मीदवार ही उतारना पड़ा। यहां दो महाबली की पत्नियों की लड़ाई है। बिहार में जातिगत राजनीति का बोलबाला हमेशा से रहा है। मोकामा उपचुनाव में भी जाति की बहुत बड़ी भूमिका रहेगी। मोकाम सीट एक जाति विशेष (भूमिहार) का गढ़ रहा है। भूमिहार के बाद ही अन्य दूसरी जातियां ताकत रखती हैं। भूमिहार के बाद कुर्मी, यादव और पासवान वोटर्स हैं लेकिन सवर्ण वोटर्स यानी भूमिहार जिसको वोट करेंगे उनकी जीत पक्की होगी। अनंत सिंह की छवि वहां रॉबिनहुड जैसी है। इसलिए अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी को हराना आसान नहीं है। हालांकि नीतीश कुमार के महागठबंधन में जाने के बाद कुर्मी-क्योरी सहित अन्य अति पिछड़ी जातियों का महागठबंधन से मोहभंग हुआ है जिसका लाभ ललन सिंह की पत्नी सोनम देवी को मिल सकता है।
जहां तक अनंत सिंह की बात है तो उनके साथ अभी तक भूमिहार और दलित मतदाताओं का जबरदस्त गठजोड़ रहा है। जिसकी बदौलत वे लगातार 2005, 2010, 2015 और 2020 में चुनाव जीतकर अपना लोहा मनवा चुके हैं। आगामी तीन नवम्बर को होने वाले उपचुनाव में चिराग पासवान ने मोकामा में पासवान समाज के लोगों को एकजुट कर लिया तो अनंत सिंह का खेल बिगड़ सकता है। जिसकी संभावना भी जताती जा रही है। यहां अकेले 18 हजार पासवान मतदाता हैं। वरिष्ठ पत्रकार मुकेश बालयोगी का कहना है कि मोकामा की सीट पर इस बार अनंत सिंह को कड़ी टक्कर मिलेगी। नीतीश कुमार के महागठबंधन में मिलने से भूमिहार मतदाता जो अनंत सिंह के साथ थे वे उनका साथ छोड़ सकते हैं। साथ ही अन्य पिछड़ा वर्ग यादव छोड़कर ललन सिंह यानी भाजपा के खेमे में जा सकते हैं। एक और अन्य वरिष्ठ पत्रकार अरुण पांडेय ने कहा कि जिस भूमिहार और दलित के मत से अनंत सिंह अभी तक सभी को चित करते आए हैं उसके दरकने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि अगर भाजपा अतिपिछड़ा वर्ग को अपने खेमे में मिला लेती है तो पासा पलट सकता है और छोटे सरकार (अनंत सिंह) का अंत हो जायेगा। हालांकि उन्होंने कहा कि अभी चुनाव में समय है, देखिये आगे क्या होता है। मोकामा उप चुनाव में बाहुबली ललन सिंह की पत्नी को टिकट देने पर पूर्व डिप्टी सीएम तरकिशोर प्रसाद ने बातचीत में कहा कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है। मोकामा से पहली बार भाजपा ने उम्मीदवार उतारा है। भाजपा कार्यकर्ताओं और मोकामा के लोगों को पहली बार कमल के फूल पर वोट देने का मौका मिलेगा। हमने मोकामा के वोटरों का मन मिजाज देखकर टिकट दिया है।
मोकामा का जातिगत समीकरण
भूमिहार-80 हजार
कुर्मी-40 हजार
यादव-25 हजार
दलित-52 हजार
मुस्लिम-08 हजारा
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