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पटना | दिल्ली के अशोका होटल में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की बैठक में लोजपा (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान और राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस दोनों पहुंचे. सबकी नजर चाचा और भतीजे पर ही थी. चाचा-भतीजे के बीच तो कोई संवाद तो नहीं हुआ, लेकिन बैठक से पहले चिराग पासवान ने पीएम नरेंद्र मोदी का पांव छू कर अभिवादन किया. इसपर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी चिराग पासवान को गले लगा लिया. वहीं, पशुपति नाथ पारस से पीएम मोदी ने हाथ मिलाया. एनडीए की इस बैठक में बिहार से 4 पार्टियां शामिल हुई हैं.
आज हो रही बैठक से पूर्व ही लोजपा (रा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने एनडीए में शामिल होने की औपचारिक तौर पर घोषणा कर दी थी. पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा था कि लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) अब एनडीए का हिस्सा है. मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि मैंने भाजपा नहीं, नीतीश कुमार के कारण एनडीए छोड़ा था. एक बार फिर एनडीए के साथ हैं. हमने कभी पार्टी के सिद्धांतों से समझौता नहीं किया. वहीं, हाजीपुर सीट से लोजपा (रा) के ही चुनाव लड़ने की बात कही. इस सीट पर उनके चाचा और केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस सांसद हैं. वो हाजीपुर सीट छोड़ने को तैयार नहीं है.
चिराग पासवान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि वो कभी किसी के साथ नहीं रहते. नीतीश सिर्फ कुर्सी के साथ रहते हैं. 2020 में गठबंधन टूटने पर कहा कि 2019 के चुनाव में नीतीश कुमार की जो भूमिका रही थी. वो पूरी तरह से गलत थी. उन्होंने हमारे हर प्रत्याशी को हराने का काम किया. इसके बाद हमारी पार्टी में मंथन शुरू हुआ कि हमें एनडीए से अलग हो जाना चाहिए. एनडीए में नीतीश कुमार के साथ हम असहज थे, इसलिए गठबंधन तोड़ना पड़ा.
हाजीपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने को लेकर चाचा-भतीजे के बीच छिड़ी जंग के बीच एनडीए की बैठक में दोनों एक साथ बैठने को तैयार हो गये हैं. पशुपति पारस के बाद अब चिराग की पार्टी भी एनडीए का हिस्सा बन गई है. एक तरफ जहां पारस हाजीपुर सीट छोड़ने को तैयार नहीं हैं तो वहीं दूसरी तरफ बैठक से ठीक पहले चिराग पासवान ने बड़ा एलान करते हुए स्पष्ट शब्दों में कह दिया है कि वे हर हाल में हाजीपुर सीट से ही चुनाव लड़ेंगे. चिराग पासवान ने कहा है कि पिछले दिनों केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय से मुलाकात हुई थी. मुलाकात के दौरान हमने अपनी बातों को उनके सामने रखा. इसके बाद दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से हर मुद्दे पर बातचीत हुई.
चिराग पासवान एक आम सहमति बनने के बाद ही एनडीए के साथ जुड़ने का फैसला लिया है. चिराग पासवान ने कहा कि हाजीपुर की सीट उनके लिए काफी अहम रही है, जिसको लेकर गठबंधन के अंदर चर्चा हुई है. 2024 के लोकसभा चुनाव में उनकी पार्टी का ही प्रत्याशी चुनाव लड़ेगा, इसमें किसी तरह का कोई संदेह नहीं है. चिराग पासवान ने कहा कि पशुपति कुमार पारस मानें या नहीं मानें वे उनके चाचा हैं और हमेशा रहेंगे. पिता के जाने के बाद उनमें पिता की छवि देखी है. वे उम्र में बड़े हैं और उन्हें जो कहना है कह सकते हैं, दो साल बीत गये, लेकिन कभी उनके या छोटे भाई के बारे में कोई टिप्पणी नहीं की है. इस दौरान चिराग पासवान ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी जोरदार हमला बोला और कहा कि नीतीश कुमार जिस गठबंधन में रहेंगे उसको नुकसान होना तय है.
उधर, चिराग के चाचा पशुपति कुमार पारस और उनके भाई सांसद प्रिंस राज ने भी स्पष्ट तौर पर कह दिया है कि वे हाजीपुर और समस्तीपुर सीट पर कोई समझौता नहीं करने जा रहे हैं. पारस का कहना है कि रामविलास पासवान को चिराग पर भरोसा नहीं था, इसलिए उन्हें अपना उत्तराधिकारी बनाकर हाजीपुर से चुनाव लड़ने के लिए भेजा था. दोनों चाचा-भतीजा की बीच छिड़ी सियासी जंग ने भाजपा की परेशानी बढ़ा दी है. ऐसे में चाचा-भतीजे के बीच सुलह कराना भाजपा के लिए बड़ी चुनौती बन गई है.
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Harrison
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