पटना न्यूज़: सूबे के उत्क्रमित मध्य विद्यालयों में अत्याधुनिक साइंस लैब स्थापित होंगे. इसके लिए राज्य सरकार आईआईटी की मदद लेगी.शिक्षा विभाग ने सूबे के 43 अनुकरणीय विद्यालयों में मॉडल साइंस लैब स्थापित करने के लिए 6.5 करोड़ रुपए जारी कर दिया है. इसके पहले पटना के 7 विद्यालयों का इस योजना के लिए चयन हो चुका है. अब दूसरे चरण में राज्य के अन्य जिलों में 43 ऐसे विद्यालयों का चयन मॉडल साइंस लैब के लिए किया गया है. विभाग की योजना हर लैब पर 15 लाख रुपए खर्च करने की है. लैब में अत्याधुनिक उपकरण के साथ-साथ बेहतर तकनीकी सुविधाएं उपलब्ध होंगी. यहां बच्चों को अपने प्रयोग से संबंधित सारी मददगार चीजें सहजता से मिल सकेंगी.
दरअसल, इस समय उत्क्रमित मध्य विद्यालयों में पढ़ाई को लेकर शिक्षा विभाग न केवल सतर्क है, बल्कि इसके लिए हर स्तर पर गंभीर पहल की जा रही है. इसे मॉडल विद्यालय के रूप में भी विकसित किया जा रहा है. इसी को ध्यान में रखते हुए वहां के बच्चों को प्रायोगिक शिक्षा के लिए मॉडल साइंस लैब की स्थापना की जा रही है. ऐसे तो 50 अनुकरणीय विद्यालयों को साइंस लैब की सुविधा से सुसज्जित करने का निर्णय पहले ही लिया गया था, लेकिन इसके लिए आवश्यक धनराशि का आवंटन नहीं किया जा सका था.
स्कूली बच्चों को दे चुका है कई तरह के प्रशिक्षण
पहले पटना के विद्यालयों के लिए और अब अन्य जिलों के लिए विभाग ने राशि का प्रबंध किया है. राशि मिल जाने के बाद साइंस लैब स्थापित करने की पहल भी शुरू हो गयी है. इसके लिए पटना आईआईटी की मदद ली जाएगी. आईआईटी को इस क्षेत्र में विशेषज्ञता हासिल है और वह इन विद्यालयों में साइंस लैब के लिए सबसे बेहतर सहयोगी साबित हो सकता है. आईआईटी पहले भी सूबे के स्कूली बच्चों को कई तरह का प्रशिक्षण और परामर्श दे चुका है. अब भी उसने गणित विषय को सीखने में स्कूली बच्चों को मदद की है. यह क्रम आगे भी चलेगा.