शिवपुरी रविदास आश्रम में अनुसूचित जाति और जनजाति संगठनो का अखिल भारतीय परिसंघ की बैठक हुई संपन्न
परिचर्चा में बोलते हुए परिसंघ के राष्ट्रीय महासचिव डॉ० ऑम सुधा ने कहा की वर्तमान सरकार निजीकरण को मोदीकरण का नाम देकर राष्ट्र की सम्पत्ति को औने - पौने भाव पर बेच रही है। निजीकरण असल में देश के दलित - पिछड़े - आदिवासियो की हक़मारी कर रही है। निजीकरण का सबसे बुरा प्रभाव देश के दलितों - आदिवासियों - पिछड़ो पर पड़ेगा। हाशिये में पड़ा यह समाज आज भी अवसर की उपलब्भता का मोहताज है। केंद्र सरकार दलितों को उनके हक़ से महरूप कर रही है। 2014 के बाद पूरे देश में दलित उत्पीड़न के मामलो में बेतहाशा वृधि हुई है। सरकारी कर्मचारी त्रस्त है, आप जनता त्रस्त है, युवा - नौजवान परेशान है।मौक़े पर बोलते हुए पारिसंघ के कार्यकारी (प्रदेश) अध्यक्ष छोटू राम ने कहा की हमारा संगठन अनुसूचित जाति - जनजाति पिछड़ा वर्ग के कर्मचारियों के हितों की रक्षा के लिए प्रतिबध है। संचालन छोटन प्रसाद राम धन्यवाद ज्ञापन मन्नु चौधरी ने किया। कार्यक्रम में ज़िला महिला अध्यक्ष सुनीता देवी, गुड़िया देवी। गिरीडीह ज़िला अध्यक्ष भूनेश्वर रविदास, राम सागर राम, बैजनाथ दास, शिवचंद पासवान, बब्लू पासवान, रामदेव दास, बजरंगी दास, अमित दास, अक्षय पासवान, सुदामा राम, महेश रजक, सरजु रविदास, ख़िरोधर दास, किशोरी दास, विद्यानंद दास, मुरली रविदास, नारायण दास, हरेन्द्र रविदास, सुरेश दास, मनोज आदि उपस्थित थे।