मेरठ: ‘भावांजलि’ कार्यक्रम में रामायणं ट्रस्ट की अध्यक्ष व रामकिंकर जी की मानस पुत्री मंदाकिनी रामकिंकर ने कहा कि जब परमात्मा कर्म से जुड़ता है तो कर्मयोग बन जाता है. जब भक्ति से जुड़ता है तो भक्ति योग कहलाता है. जब परमात्मा ज्ञान से जुड़ता है तो ज्ञान योग कहलाता है. जब यह तीनों कर्म, भक्ति और ज्ञान परमात्मा से जुड़ते हैं तो योगी आदित्यनाथ कहलाता है. सम्पूर्ण विश्व में योगी जी सूर्य की भांति सनातन के प्रकाश को फैला रहे हैं.
उन्होंने कहा कि गोस्वामी तुलसीदास जी का मानस एक कालजयी ग्रंथ है. वैसी ही युगतुलसी जी महाराज का चिंतन, उनकी मिमांसा, उनकी व्याख्याएं, वह चिरंजीवी और शाश्वत है. अगर गोस्वामी तुलसी दास जी ने शब्द प्रदान किया तो परमपुज्य महाराज जी ने शब्द को अर्थ प्रदान किया. रामचरित मानस अब वैश्विक निधि बन चुकी है. उन्होंने कहा कि रामचरित मानस को अपमानित किया गया. उन घटनाओं के हम सब साक्षी हैं. पर यह भगवान श्रीराम का उत्तर है कि जितना आप अपमानित करेंगे उतनी ही रामचरित मानस की कीर्ति पताका पूरे विश्व में फहराती रहेगी. इस मौके पर पूर्व उपमुख्यमंत्री व सांसद डॉ दिनेश शर्मा ने कहा कि राम किंकर जी महाराज का पूरा जीवन एक तपस्वी का जीवन था. उन्होंने देश के कोने-कोने में मानस का वाचन किया. जीवन के अंतिम क्षणों तक उसमे संलग्न रहे.
युगतुलसी के पट्टशिष्य व्यास पंडित उमाशंकर शर्मा ने कहा कि गुरु जी शताब्दी वर्ष में रामलाला अयोध्या में पधरे. वहीं गुरु जी के 75 वर्ष में उन्हें पद्मभूषण से नवाजा गया. यह प्रभु की महिमा है.
सीएम आवास जा रहे किसानों को रोका: अधिग्रहण को लेकर एलडीए व आवास विकास से नाराज किसानों ने अमेठी कस्बे से गोसाईंगंज होते हुए मुख्यमंत्री आवास की ओर कूच किया. भारतीय किसान यूनियन (धर्मेन्द्र) के बैनर तले पैदल मार्च करते हुए किसानों को पुलिस ने खुर्दही बाजार के पास चेकपोस्ट पर रोक दिया. किसानों के प्रदर्शन के दौरान रोड पर लम्बा जाम भी लग गया.
मौके पर पहुंचे उपजिलाधिकारी मोहनलालगंज ने किसानों से ज्ञापन लेने का प्रयास किया लेकिन किसान एलडीए व आवास विकास के अधिकारियों को मौके पर बुलाने पर अड़े रहे. इसके बाद किसानों ने फिर से आगे बढ़ने का प्रयास तो किसान और पुलिस के बीच नोकझोक हुई. पुलिस ने बैरीकेडिंग व रस्सा लगाकर किसानों को रोका तो किसान सड़क की पटरी पर ही धरने पर बैठ गए. शाम को किसानों ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन पुलिस को सौपा. किसानों का आरोप है कि एलडीए और आवास विकास किसानों की जमीन कम दामों में लेकर अधिग्रहण करना चाहती है.