बक्सर न्यूज़: राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस 16 मई 2023 को मनाया जा रहा है. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने व्यापक रूप से तैयारी शुरू कर दी है. जिले सभी स्कूलों व आंगनबाड़ी केन्द्रों पर अल्बेंडाजोल की दवा खिलाई जाएगी. इसके लिए प्रचार-प्रसार किया जा रहा है. सीडीपीओ कार्यालय से बैनर, पोस्टर के साथ आंगनबाड़ी सेविकाएं प्रचार-प्रसार करने निकली. इस दौरान घर-घर जाकर अभिभावकों को निर्धारित दिन स्कूल व आंगनबाड़ी केंद्रों भेजने की सलाह दी जा रही है.
कृमि दवा खिलाने के लिए किस उम्र के बच्चे को आंगनबाड़ी में जाना और किस उम्र के बच्चे को स्कूल में खाना है, यह सबको बताया जा रहा है. मिली जानकारी के अनुसार 1 से 5 साल के बच्चों को आंगनबाड़ी में दवा खिलाई जाएगी. वहीं, 6 से 19 साल के बच्चों को स्कूलों में दवा खिलाई जाएगी. इतना ही नहीं, स्कूल नहीं जाने वाले बच्चे भी आंगनबाड़ी केन्द्रों पर जाकर दवा खा सकते हैं. अभिभावकों को बताया जा रहा है कि अल्बेन्डाजोल दवा बच्चों के लिए सुरक्षित है. हालांकि, दवा घर ले जाने के लिए नहीं दी जाएगी.
क्या है दवा के फायदेआंगनबाड़ी और स्कूलों में बच्चों एवं उनके अभिभावकों को बताया जा रहा है कि बच्चे दवा खाएंगे तो उन्हें क्या लाभ पहुंचेगा. दवा खाने से बच्चों में खून की कमी दूर होगी. पोषण स्तर बढ़ेगा. साथ ही, स्कूल व आंगनबाड़ी में उपस्थिति व सीखने की क्षमता में सुधार होगा. भविष्य में कार्यक्षमता व औसत आय में बढ़ोतरी होगी. दवा खाने से कृमि की संख्या में कमी आएगी तो एक बड़े समुदाय को लाभ मिलेगा. पीएचसी व सीडीपीओ कार्यालय से पम्पलेट, बैनर, पोस्टर स्वास्थ्य कर्मियों एवं सेविकाओं को प्रचार-प्रसार के लिए वितरण भी किया गया.