बिहार
नेपाल से छिपाकर भारत ला रहे थे भगवान बुद्ध की मौर्यकालीन मूर्ति, 5 तस्कर गिरफ्तार
Ritisha Jaiswal
1 Aug 2022 3:58 PM GMT
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बिहार के पश्चिम चंपारण जिले में प्राचीणकालीन मूर्तियों की तस्करी करने वाले गिरोह (Idol Smuggling Racket) का पर्दाफाश हुआ है.
बिहार के पश्चिम चंपारण जिले में प्राचीणकालीन मूर्तियों की तस्करी करने वाले गिरोह (Idol Smuggling Racket) का पर्दाफाश हुआ है. पुलिस ने बेतिया (Bettiah) में पांच तस्करों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से मौर्यकालीन भगवान बुद्ध की मूर्ति (Mahatma Buddha Idol) को बरामद किया है. मझोलिया थाना अध्यक्ष अशोक कुमार साह ने बताया कि नेपाल (Nepal) की राजधानी काठमांडू से सम्राट अशोककालीन महात्मा बुद्ध की मूर्ति को लेकर पांच तस्कर भारत में प्रवेश कर रहे थे. इस दौरान पिपरपाती पुल पर चेकिंग के क्रम में मूर्ति तस्कर पकड़े गए. गिरफ्तार तस्करों में तीन भारतीय हैं और दो नेपाली नागरिक हैं.
उन्होंने बताया कि बरामद भगवान बुद्ध की मूर्ति काफी प्राचीण और एंटीक है इस लिहाज से अंतरराष्ट्रीय बाजार में उसकी कीमत करोड़ों रुपये आंकी जा रही है. उन्होंने बताया कि गिरफ्तार तस्करों के नाम सहोदरा थाना क्षेत्र राजपुर लालकोठी वार्ड नंबर 13 निवासी मनोज कुमार कुशवाहा, सहोदरा थाना क्षेत्र के भिखना ठोरी निवासी मनोज साह, पूर्वी चंपारण जिले के रमगढ़वा बाजार निवासी जितेन्द्र प्रसाद है. जबकि नेपाल के पारस जिला वार्ड नंबर 12 ठोरी निवासी जयनारायण ख्वास और दीपक आर्यन है.
गिरफ्तार तस्करों के विरुद्ध कांड संख्या 562/2022 आईपीसी की धारा, 414 आईपीसी 30 (1), 30 (2) में दर्ज किया गया है. इन पर पूर्व में भी सहोदरा थाना में तस्करी से संबंधित मामला दर्ज है जिसमे वो जेल जा चुके हैं.
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