बक्सर न्यूज़: सदर अस्पताल समेत पूरे जिले के स्वास्थ्य केंद्रों में लचर व्यवस्था व व्याप्त भ्रष्टाचार को लेकर आरटीआई कार्यकर्ता हरेकृष्ण सिंह उर्फ कृष्णा यादव द्वारा सिविल सर्जन व अस्पताल कर्मियों की मनमानी के विरोध में पैदल मार्च निकाला गया.
इस दौरान मार्च किला मैदान से निकलकर कवलदह पोखर तक गया. इसके बाद इससे संबंधित एक ज्ञापन डीएम को सौंपा गया. ज्ञापन में आरटीआई कार्यकर्ता ने कहा है कि सिविल सर्जन द्वारा सभी अस्पतालों में सुविधाएं मौजूद रहने व को मानक के अनुरूप संचालन का दावा किया जाता है. लेकिन, धरातल में स्थिति बिल्कुल उलट है. स्वास्थ्य केन्द्रों में भ्रष्टाचार चरम पर है. आलम यह है कि बिना चढ़ावा के कोई काम नहीं होता है. जबकि, अस्पतालों में व्यवस्था व मरीजों के लिए जरूरी सुविधाएं बहाल करने के लिए मुख्यमंत्री से लेकर डीएम व विभागीय अधिकारियों को आवेदन देकर मामले से अवगत कराते हुए उचित कार्रवाई की मांग की गई. लेकिन, सिविल सर्जन अस्पतालों में व्यवस्था से संबंधित किसी भी जानकारी के बाबत पूछे जाने पर टालमटोल का रवैया अख्तियार कर लेते हैं.
आरटीआई कार्यकर्ता ने डुमरांव में सेवानिवृत चिकित्सक के नाम पर अस्पताल खोल मरीजों के जीवन से खिलवाड़ करने व पुराना सदर अस्पताल में बने वेलनेस सेंटर में व्याप्त कुव्यवस्था का हवाला देते हुए कहा कि जिले में स्वास्थ्य विभाग खुद ही वेटिलेंटर पर है. ऐसे में मरीजों का इलाज भगवान भरोसे ही चल रहा है. डीएम को आवेदन देकर स्वास्थ्य व्यवस्था दुरूस्त करने की मांग की है.