सीटों के बंटवारा को समन्वय समिति बनाये महागठबंधन: जीतन राम मांझी
नालंदा न्यूज़: देश में महंगाई व बेरोजगारी चरम पर है. इसे रोकने में भाजपा सरकार नाकाम साबित हुई है. भाजपा से देश के किसान, मजदूर, आम-अवाम से लेकर अन्य सभी त्रस्त हैं. इसे उखाड़ फेंकने के लिए एकजुट होना होगा. बिहार में महागठबंधन की सरकार है. हम सबों को एक समन्वय कमेटी बनानी चाहिए. इससे आगामी चुनाव में किस दल को कितनी सीट मिलेगी, इसपर भी चर्चा हो जानी चाहिए.
ये बातें पूर्व मुख्यमंत्री सह हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा (से.) के प्रमुख जीतन राम मांझी ने राजगीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में पार्टी की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में कहीं. श्री मांझी ने कहा कि नीतीश कुमार देशभर में भाजपा के खिलाफ लोगों को गोलबंद करने में लगे हैं. विपक्षी दलों को संगठित होना होगा. इसके बाद ही भाजपा को फेंक पायेंगे. बाबा साहेब ने कहा था कि शिक्षा बहुत जरूरी है. देश में समान शिक्षा लागू होनी चाहिए. इससे ही राजा हो या रंक सब एक साथ बैठकर पढ़ पायेंगे. इसपर अभी तक कोई पहल नहीं कर रहा है. वर्ष 2017 से उनकी पार्टी भी इस मांग पर अड़ी है. इसके बाद भी अब तक कोई नतीजा नहीं निकल सका है. अब वे धरना व प्रदर्शन के माध्यम से सरकार को जगाएंगे. वर्ष 2015 में गरीबों को पांच डिसमिल जमीन देने का निर्णय लिया गया था. लेकिन, अमल नहीं हो रहा है. अगर जमीन दी भी जा रही है तो ऐसी जगह जहां मकान बनाना संभव नहीं है. सरकार गरीबों को मार्केट रेट पर जमीन खरीदकर दे.
राष्ट्रीय अध्यक्ष सहित अन्य के लिए हुआ नामांकन हम पार्टी की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए डॉ. संतोष कुमार सुमन ने नामांकन किया. वहीं प्रधान महासचिव के लिए राजेश पांडेय, कोषाध्यक्ष के लिए कामता ऋषियासन ने निर्वाची पदाधिकारी शक्ति सावंत एवं चुनाव पर्यवेक्षक राजेश रंजन के सामने अपना नामांकन दाखिल किया. इस समय पार्टी के संस्थापक जीतन राम मांझी भी मौजूद रहे. मुख्य राष्ट्रीय प्रवक्ता श्याम सुन्दर ने कहा कि इस बैठक में प्रखंड से राष्ट्रीय स्तर तक के पदाधिकारी शामिल हुए.