मधुबनी: जिले में एकमात्र संचालित बिस्कोमान का कृषक सेवा केन्द्र बंद कर दिया गया है. रहिका प्रखंड मुख्यालय स्थित बिस्कोमान बंद होने से किसानों में काफी नाराजगी है. अभी गेहूं बुआई का पिक सीजन है. पिक सीजन में अचानक से किसानों को उर्वरक की आपूर्ति करने वाली बिस्कोमान को बंद करने का फरमान आ गया. इसी सप्ताह डीएपी के रैक लगने की सूचना किसानों को दी गई. किसान आशांन्वित होकर वहां उर्वरक के लिए पहुंचने लगे. अचानक से वहां के केन्द्र के बंद हो जाने की सूचना पाकर किसानों में काफी आक्रोश दिखा. रहिका प्रखंड के नाजिरपुर के किसान भगवान पांडेय, ककरौल के राजकिशोर साफी, सतलखा के किसान भोला झा, शिवजी पंडित, नरसिंह मुखिया, मधुरी मंडल, रहिका के प्रभुजी झा आदि ने बताया कि यहां पर सरकारी दर पर डीएपी, मिक्चर, यूरिया व अन्य उर्वरक मिलता था. जब गेहूं बुआई पिक पर पहुंचा तो किसानों को बिस्कोमान के बंद होने की सूचना ने निराश कर दिया, अब किसानों को उर्वरक के लिए दर-दर भटकने को मजबूर होना पड़ेगा. बिस्कोमान रहिका के प्रभारी सुमित झा के द्वारा बताया गया कि इस सप्ताह डीएपी का रैक लगने वाला था, अचानक से बिस्कोमान को बंद करने की चिट्ठी भेज दी गई है.
किसान होते थे लाभान्वित
रहिका बिस्कोमान से चार प्रखंडों के किसानों का जुड़ाव था. रहिका के अलावा बेनीपट्टी, बिस्फी, कलुआही प्रखंडों से किसान पहुंचकर यहां पर सरकारी दर पर उर्वरक प्राप्त करते थे. बिस्कोमान में सरकारी दर पर उर्वरक मिलती थी.