बिहार

Madhubani: जीएनएम स्कूल की छात्राओं ने मेस में खाने से किया इनकार

Admindelhi1
28 Nov 2024 9:17 AM GMT
Madhubani: जीएनएम स्कूल की छात्राओं ने मेस में खाने से किया इनकार
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भोजन कराने की वैकल्पिक व्यवस्था कराने का निर्देश

मधुबनी: शहर से सटे राघोपुर बलाट जीएनएम स्कूल की छात्राओं ने मेस में खाने से इंकार कर दिया.खाना में गड़बड़ी के बाद बेमियादीं भूख हड़ताल शुरू होने के बाद प्रभारी सिविल सर्जन ने जीएनएम स्कूल पहुंचकर छात्राओं से वार्ता की.वार्ता के बाद छात्राओं ने किसी भी सूरत में मेस में खाने-खाने पर राजी नहीं हुए.अंत में सिविल सर्जन ने जीएनएम स्कूल के प्राचार्य मुकेश कुमार को अपने स्तर से तत्काल छात्राओं को भोजन कराने की वैकल्पिक व्यवस्था कराने का निर्देश दिया.

इस बात पर जीएनएम स्कूल की सभी छात्राएं अनशन समाप्त कर दिया.प्रभारी सिविल सर्जन ने प्राचार्य को निर्देश दिया कि जबतक पटना से कोई निर्देश नहीं आता है तबतक वे अपने स्तर से मेस चलाकर छात्राओं की भोजन की व्यवस्था करें.प्राचार्य ने से ही सभी छात्राओं के लिए भोजन की व्यवस्था शुरू कर दिया है.इधर, प्राचार्य ने निदेशक सहित तमाम वरीय पदाधिकारी को पत्र लिखकर मेस संचालन पर कई संगीन आरोप लगाए हैं.

प्राचार्य ने निदेशक प्रमुख (नर्सिंग) स्वास्थ्य सेवाएं बिहार को लिखा कि जब से मेस का संचालन हुआ है.तब से ही मेस द्वारा अच्छा खाना नहीं खिलाने की शिकायत की गई.मेस में पुरुष कर्मियों के रखा गया था, जिसे हर 15 महीने में बदल दिया जाता था.उन्होंने मेस संचालक से अनुरोध भी किया किया महिला छात्रावास है मेस में स्थायी तौर पर महिला कर्मियों को लगाए,मगर कोई फर्क नहीं आया.आप जो भी कर्मी रखते हैं उसका आधारकार्ड, फोटो, नशापान नहीं करने संबंधी शपथपत्र एवं पुलिस अधीक्षक के चरित्र प्रमाण पत्र उपलब्ध कराएं, पर मेस संचालक के द्वारा कहा गया कि मेरा कर्मचारी सरकारी कर्मी नहीं है जिसकी सूचना आपको दी जाए.मेरा निजी कर्मी है इसकी सूचना नहीं दी जाएगी.मेस संचालिका ममता देवी आजतक कभी स्कूल पर अपने मेस पर नहीं आई.मेस की देखेरख संजय साह, बिट्टू कुमार, कौशल कुमार एवं चंदन कुमार करते हैं.

मनमाने तरीके से लोगों को बुलाते हैं जीएनएम स्कूल: प्राचार्य मुकेश कुमार ने निदेशक प्रमुख को लिखे पत्र में बताया कि जीएनएम स्कूल में मनमाने तरीके से लोगों को मेस में बुलाया जाता है.पूछने पर बताता है कि इस संबंध में आप पूछने वाले कौने होते हैं? हम किसको ले जाय और किसको नहीं.ऑनलाइन भुगतान भी इनके द्वारा नहीं लिया जाता है.जब खाने में कीड़े और घटिया खाने की उनसे कहीं जाती है तो कहता है सिविल सर्जन से बात कीजिए.जहां जाना है जाइए, हर जगह मेरा आदमी है कुछ नहीं बिगाड़ सकेगा.ऐसे में ऐसे मनमाने मेस संचालक को हटाते हुए नये मेस संचालक को यहां देने की गुजारिश की है.

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