Madhubani: शिक्षिका के हत्यारोपी को दबोचने को सीमा क्षेत्र पर कड़ी चौकसी
मधुबनी: प्राथमिक विद्यालय पकड़िया की टोला सेवक शिक्षिका वर्षीय यशोदा देवी की हत्या मामले में आरोपी हलचल कुमार की 72 घंटे बाद भी कोई सुराग पुलिस को नहीं मिल पाया है. पुलिस अंधेरे में तीर मार रही है. सोशल मीडिया पर जारी उसकी वीडियो को आधार बनाकर कभी ट्रेन तो कभी पूर्णिया-अररिया, जोगबनी के रास्ते नेपाल सीमा पर नजर बनाए हुए तो कभी माधोपाड़ा, कुमेदपुर (बंगाल) में छापेमारी कर रही है. और की देर रात पुलिस बारसोई-प्राणपुर स्टेशनों पर आने जाने वाले लोगों पर भी नजर रख रही है. एसपी जितेंद्र कुमार ने बताया कि एसआईटी हत्यारोपी को गिरफ्तार करने के लिए जगह-जगह छापेमारी कर रही है. प्राणपुर के अलावे अलग-अलग जिलों में भी छापेमारी चल रही है. जल्द ही हत्यारे की गिरफ्तारी कर ली जाएगी.
डंडखोरा में रह रहे यशोदा के पति को इस बात का डर है कि उसकी पत्नी की हत्या के बाद हत्यारा उसकी भी हत्या न कर दे. इसलिए उसने अपना घर छोड़कर ससुराल में शरण लिए हुए है. वहीं इस घटना के बाद से गांव के लोग भी दहशत में है. ग्रामीणों की माने तो पुलिस जल्द से जल्द आरोपी की गिरफ्तारी करें. ग्रामीणों की माने तो हलचल कुमार जब भी गांव आता था तो मारपीट और दूसरी घटनाओं को अंजाम देता था.
पैसे को लेकर था अनबन पंचायत भी की गई थी: पैसे की वजह से हलचल राय, यशोदा और उसके पति के बीच टकराहट चल रही थी. पूर्व के एक मामले में पैसे का लेनदेन में भी यशोदा के पति ने हलचल को पंचायत के सामने फटकार लगायी थी. साथ ही उसके पिता से उस राशि की पंचायत ने वसूली की थी.
14 साल पूर्व बनीं शिक्षिका 4 माह से वेतन नहीं मिला था: प्राथमिक विद्यालय पकड़िया के प्रधानाध्यापिका मीना कुमारी ने बताया कि 10 में यशोदा देवी टोला सेवक शिक्षिका के पद पर योगदान लिया था. 14 साल तक नियमित रूप से विद्यालय आना जाना बच्चों को पठन-पाठन करना तथा कुशल व्यवहार से परिपूर्ण थी. प्रधानाध्यापिका ने बताया कि में शिक्षिका के पति परमेश का रसोईया में चयन हुआ था. चार माह से शिक्षिका को वेतन भी नहीं मिल सका था.