बिहार

Madhubani: एसएसबी ने नाबालिग संग बॉर्डर पार कर रहे युवक को पकड़ा

Admindelhi1
7 Jan 2025 6:02 AM GMT
Madhubani: एसएसबी ने नाबालिग संग बॉर्डर पार कर रहे युवक को पकड़ा
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"लड़की भी दरभंगा की ही बताई गई"

मधुबनी: घर से भगाई गई एक नाबालिग के साथ बॉर्डर पार कर रहे युवक को भारत नेपाल सीमा पर तैनात एसएसबी जवानों ने चेकपोस्ट पर पकड़ लिया. पिपरौन बॉर्डर पर तैनात एसएसबी 48वीं वाहिनी के जवानों ने यह कार्रवाई गुप्त सूचना के आधार पर की है. गिरफ्तार युवक की पहचान दरभंगा लालबाग हनुमानगंज मिश्रटोला निवासी शम्भू राय के पुत्र अभिषेक कुमार के रूप में हुई है. लड़की भी दरभंगा की ही बताई गई है.

जयनगर एसएसबी बटालियन के कमांडेंट गोविंद सिंह भंडारी ने बताया कि सूचना विभाग से एसएसबी को गुप्त सूचना मिली थी कि एक लड़का किसी नाबालिक लड़की को नेपाल ले जाकर शादी करने वाला है. पकड़े गए युगल से पूछताछ के दौरान उन्हें अपना पहचान पत्र दिखाने को कहा गया तो लड़की के पास कोई पहचान पत्र नहीं पाया गया. लड़की के नाबालिग प्रतीक होने पर समवाय पिपरौन प्रभारी निरीक्षक सुनील दत्त द्वारा सूचना सर्वो प्रयास संस्थान, मधुबनी को मौके पर बुलाया गया. उनके द्वारा दोनों से गहन पूछताछ कर लड़की के घर संपर्क कर आधार कार्ड मंगवाया गया तो लड़की 15 वर्ष की साबित हुई. दोनों घर वालों को बिना बताए शादी करने के लिए नेपाल जा रहे थे. बचाई गई नाबालिग किशोरी और पकड़े गए युवक को न्यायिक प्रकिया के लिए हरलाखी थाना को सौंप दिया गया है.

दवा की कोविड गाइडलाइन व ऑनलाइन बिक्री पर लगे बैन: दवा के लिए कोविड गाइडलाइन व ऑनलाइन बिक्री पर बैन लगाने के वास्ते जिले की केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष संजीत कुमार और जिला सचिव जगजीवन यादव ने राष्ट्रीय आंदोलन का समर्थन किया है.

संगठन नेतृत्व की राष्ट्रीयस्तर पर चल रहे लड़ाई में सदस्यों को आह्वान किया है. कोविड-19 के गाइडलाइन का दुरुपयोग हो रहा. उसे रोकने के मुद्दे पर अध्यक्ष और सचिव ने विभाग से गाइडलाइन रद्द करने के लिए अनुरोध किया है. कहा है कि कोविड महामारी सामान्य हो चुकी है. दवा की बिक्री और वितरण के लिए या प्रिस्क्रिप्शन व अन्य सुरक्षा के नियमों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित किया जाना चाहिए. देश में दवा की अवैध ऑनलाइन बिक्री को तत्काल प्रभाव से रोका जाना चाहिए. एईओसीडी का मानक और राज्य संगठन का यह मानना है कि जन स्वास्थ्य और सुरक्षा को बनाए रखने के लिए सरकार का कदम जरूरी है.

अगर सरकार इस हेतु सकारात्मक कार्यवाही नहीं करती है तो एईओसीडी संगठन अपने साढे 12 लाख सदस्यों के साथ पूरे देश स्तर पर आंदोलन करने को विवश होंगे.

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