बिहार

Madhubani: जनजातियों की आर्थिक स्थिति पर होगा शोध

Admindelhi1
26 Nov 2024 5:47 AM GMT
Madhubani: जनजातियों की आर्थिक स्थिति पर होगा शोध
x
उन समूहों की आर्थिक स्थिति और रहन-सहन पर शोध होगा.

मधुबनी: तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू) जनजातीय समूहों के उत्थान के लिए प्रयास करेगा. उन समूहों की आर्थिक स्थिति और रहन-सहन पर शोध होगा.

इसके तहत टीएमबीयू की टीम जनजातीय इलाकों में जाकर परिवारों से बात करेगी. उनके जीवन शैली का अध्ययन करेगी. जिन परिवारों से बातचीत होगी, उसका पूरा पारिवारिक रिकॉर्ड के साथ डाटा तैयार किया जाएगा. इस शोध के पूरा होने के बाद रिपोर्ट सरकार को भेजी जाएगी, ताकि उनके सुधार के लिए विशेष कदम उठाया जा सके.

कुलपति प्रो. जवाहर लाल इसके लिए कई विभागों के शिक्षकों की कमेटी बनाएंगे. इसमें अर्थशास्त्रत्त्, इतिहास, ग्रामीण अर्थशास्त्रत्त्, शोध केंद्र के शिक्षकों को शामिल किया जाएगा. जो आपसी समन्वय के साथ काम शुरू करेंगे. इसमें किस विभाग के जिम्मे किस रिपोर्ट को तैयार करने का जिम्मा होगा, यह जल्द ही तय करने के लिए प्रक्रिया शुरू की जाएगी. इसके माध्यम से जानकारी जुटाई जाएगी कि वे अपना जीवन यापन किस तरह कर रहे हैं. उनके घर में कितने लोग कमाने वाले हैं. वे यदि कोई पारंपरिक रोजगार कर जीवन व्यतीत कर रहे हैं तो उससे क्या आय हो रही है.

जनजातीय समूह के कितने सदस्य शहरों में कमाने के लिए गए हैं. जबकि कितने लोग अपने इलाके में रहकर भरण-पोषण कर रहे हैं. वे लोग अपने इलाके में किस तरह का कार्य कर रहे हैं. साथ ही सरकार की किन योजनाओं का वे लाभ ले रहे हैं या नहीं ले रहे हैं. टीएमबीयू के एक शिक्षक ने बताया कि इस शोध के साथ संबंधित समूह को शिक्षा और सरकार से मिलने वाली सुविधाओं को लेकर जागरूक भी किया जाएगा. इससे ऐसे समूहों को चिह्नित कर उन्हें मुख्यधारा से जोड़ने का प्रयास किया जाएगा. उन क्षेत्रों में खेती-किसानी और मवेशी पालन की क्या स्थिति है. इसकी भी जानकारी जुटाई जाएगी.

कोट

जनजातीय समूहों के उत्थान के लिए टीएमबीयू प्रयास करेगा. उन पर शोध से निकलकर जो रिपोर्ट आएगी उसे सरकार को भेजा जाएगा, ताकि उन्हें जरूरी लाभ दिलाकर प्रगति के पथ पर अग्रसर किया जाए.

-प्रो. जवाहर लाल, कुलपति, टीएमबीयू

जमीन के फर्जी दस्तावेज बनाने वाले दो धराये

जमीन के फर्जी दस्तावेज तैयार करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ कर दो लोगों को चौतरवा से गिरफ्तार किया गया है. बगहा एक सीओ नर्मदा श्रीवास्तव ने गुप्त सूचना पर चौतरवा में छापेमारी कर गिरोह के मास्टरमाइंड सरकारी शिक्षक किसुनदेव प्रसाद और उसके सहयोगी खोभरी साह को गिरफ्तार किया है. यह गिरोह लोगों से लाखों रुपये ठगकर जमीन के नकली कागजात तैयार करता था.

तस्करी के मवेशियों को बांग्लादेश ने लौटाया

बीएसएफ के प्रयास से तस्करी की गई मवेशियों को बॉर्डर गार्ड ऑफ बांग्लादेश ने लौटा दिया. बीएसएफ ने बयान जारी कर बताया कि 14 नवम्बर को घने कोहरे का फायदा उठाकर सीमा क्षेत्र में रहने वाले भारतीयों के तीन मवेशियों को मवेशी तस्कर भारत से बांग्लादेश ले जा रहे थे. बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश ने तत्काल कार्रवाई करते हुए तस्करों को गिरफ्तार कर लिया.

Next Story