बिहार

तेजी से फैल रहा लंपी वायरस

Admin Delhi 1
13 Sep 2023 4:36 AM GMT
तेजी से फैल रहा लंपी वायरस
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टीकाकरण के बाद भी मवेशी बीमार

मुंगेर: मवेशियों में लंपी वायरस बीमारी तेजी से फैल रहा है, जिससे पशुपालक परेशान हैं. यह बीमारी एक पशुओं में होने के बाद उस जगह रहे दूसरे पशुओं में भी फैलने का खतरा रहता है. टेटियाबंबर प्रखंड के रौनिया, छाता, जगतपुरा, तिलकारी, भंडार, भालुगुड़ी, लौढ़िया, गंगटा एवं असरगंज प्रखंड के पुरुषोत्तमपुर एवं ममई गांव में कई पशुओं में लंपी वायरस के लक्षण मिलें हैं.

बीमारी के लक्षणपशु चिकित्सक डॉ प्रकाश कुमार ने बताया कि इस बीमारी में पशु के शरीर पर जख्म नजर आने लगते हैं. पशु खाना कम कर देता है. उसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता भी इसके प्रसार के साथ घटने लगती है. इसकी चपेट में आकर पशु की मौत भी हो सकती है. उन्होंने बताया कि शुरुआत में पशु को दो से तीन दिन तक हल्का बुखार रहता है. उसके बाद पूरे शरीर में गाठें (2-3 सेमी) निकल आती हैं. ये गाठें गोल उभरी हुई होती है, जो चमड़ी के साथ-साथ मसल्स की गहराई तक प्रवेश कर जाती है. मवेशी के मुंह, गले, श्वांस नली तक इस बीमारी का असर दिखता है. उन्होंने बताया कि हालांकि, ज्यादातर संक्रमित पशु दो से तीन सप्ताह में ठीक हो जाते हैं. लेकिन दूध के उत्पादन में कई सप्ताह तक कमी बनी रहती है. इस संक्रमण से पीड़ित गाय-भैंस का दूध पीने से मनुष्य पर प्रभाव नहीं पड़ता है. अभी तक की स्टडी में लंपी वायरस से इंफेक्टेड पशु का दूध पीने से इंसान पर असर का मामला सामने नहीं आया है. इसका बड़ा कारण है कि हम दूध को गर्म करके ही पीते हैं.

क्या कहते हैं पशुपालक

पुरुषोत्तमपुर के पशुपालक अनूपलाल सिंह ने बताया कि लंपी वायरस के प्रसार से पशुपालकों की परेशानी बढ़ गई है. गाय में वायरस के संक्रमण का पता शुरूआती दौर में पता नहीं चल पाया. गाय से संक्रमित होकर बछड़े की मौत हो गयी. ममई गांव के पशुपालक सुनील यादव, संतोष यादव, उपेंद्र यादव, परशुराम यादव, अनिल यादव, प्रभाष सिंह, राजेश कुमार ने बताया कि उनके गाय एवं बछड़ों में लंपी वायरस संक्रमण के लक्षण पाए गए हैं. इलाज कराया जा रहा है.

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