नालंदा न्यूज़: नदी-नाले और पेड़ -पहाड़ सब धरती के शृंगार हैं. जल, जंगल और जमीन से ही धरती पर जीवन संभव है. पेड़ पौधे ही हमें भोजन के साथ प्राणवायु (ऑक्सीजन) देते हैं., आओ हम सब मिलकर इसे संवारें, हरा भरा बनाएं.
विश्व पृथ्वी दिवस मौके पर नगरनौसा बालिका उच्च विद्यालय में ‘हम हमारी पृथ्वी को कैसे बचाएं’ परिचर्चा में साहित्यकारों व शिक्षाविदों ने कहा कि इसके लिए हर हाथ को आगे आना होगा. पौधे लगाकर उसे पेड़ बनाना होगा. नदियों व नालों को बचाना होगा. परिचर्चा के दौरान लोगों ने धरती को संवारने व हरा भरा बनाने का संकल्प लिया.
शंखनाद के अध्यक्ष डॉ. लक्ष्मीकांत सिंह ने कहा कि कुछ पर्यावरण प्रेमी तथा पर्यावरण संरक्षण से जुड़ी संस्थाएं धरती को बचाने में लगी हुई हैं. बावजूद इससे काम नहीं चलेगा. हमें सामूहिक प्रयास करते रहना होगा. धरती की सेहत बिगाड़ने और इसके सौंदर्य में ग्रहण लगाने के लिए हम मानव जाति ही जिम्मेदार हैं.
खराब हो रही धरती की खूबसूरती शंखनाद साहित्यिक मंडली के महासचिव राकेश बिहारी शर्मा व समाजसेवी डॉ. आशुतोष कुमार मानव ने कहा कि विकास की अंधाधुंध दौड़ से धरती की खूबसूरती खराब हो रही है. पहले जहां खुले मैदान व जंगल हुआ करते थे. अब उन जगहों पर कंकड़ पत्थर के महल (शहर) बन चुके हैं. विकास आवश्यक है. लेकिन, हमें धरती की सुरक्षा का भी ख्याल रखना होगा. विकास के नाम पर धरती की खूबसूरती में ग्रहण नहीं लगा सकते.
प्रकृति और जीवनशैली के बीच बनाएं संतुलन कृषि वैज्ञानिक डॉ. बहादुर सिंह ने कहा कि प्रकृति और जीवनशैली के बीच संतुलन बनाने का वक्त आ गया है. हम प्रकृति के साथ बिना छेड़-छाड़ किए अपने जीवन को संवारें. यही बेहतर विकल्प है. पौधे लगाएं और उसकी देखभाल करें. दूसरों को इसके लिए प्रेरित करें.
मौके पर पवन कुमार, घनश्याम प्रसाद, जितेन्द्र कुमार, मिथिलेश प्रसाद चौहान, कुमार आर्यन गयावी, नवनीत कृष्ण व अन्य ने अपने विचार व्यक्त किए.
कई बच्चे हुए सम्मानित इस मौके पर छात्रों के बीच प्रतियोगिता हुई. फुटबॉल क्लब के टीम को फुटबाल देकर सम्मानित किया गया. भाषण में अव्वल आए धर्मवीर कुमार को ग्लोब देकर, निबंध में अव्वल आयी अस्मिता कुमारी को कप देकर, प्रोजेक्ट में प्रथम स्थान लाने पर नीतू कुमारी को सामान्य ज्ञान पुस्तक देकर, कबाड़ से जोगाड़ में काजल कुमारी को सामान्य ज्ञान बुक और मेडल, संगीत में प्रथम स्थान पर रहे प्रिंस कुमार को कप और मेडल देकर सम्मानित किया गया.
अन्य प्रतिभागियों को कलम देकर सम्मानित किया गया. मौके पर संजीव कुमार, माधुरी कुमारी, कुमारी अर्चना वर्मा, मनोज यादव, सुरेश प्रसाद, आर्यन कुमार, शैलेन्द्र कुमार, मिथिलेश कुमार, शालिनी कुमारी, अंशु कुमारी, आरीश कुमार, प्रिंस कुमार व अन्य मौजूद थे.