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बिहार। लाइसेंसी रिवॉल्वर लेकर आए वकील को गिरफ्तार करने की घटना के बाद जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अधिवक्ता रामकृष्ण ठाकुर उर्फ रामबाबू ठाकुर ने कहा कि यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। इससे बार और बेंच के संबंध पर असर पड़ा है। महज भूल को लेकर वकील को न्यायिक हिरासत में भेजा जाना उचित नहीं।
बार की ओर से मामले को बेंच के साथ मिलकर सुलझाने का प्रयास किया गया, लेकिन सफलता नहीं मिली। अब बार की आमसभा में जो निर्णय होगा, उस पर सारे वकील अमल करेंगे।
शाम चार बजे तक चलती रही बातचीत घटना के बाद बार एसोसिएशन के अधिकारी और बड़ी संख्या में वकील कोर्ट परिसर में जुट गए। न्यायिक अधिकारियों को भूल माफ कर देने का आग्रह किया। शाम चार बजे तक बातचीत चलती रही। इस दौरान पांच घंटे तक तनाव की स्थिति बनी रही।
पुलिस अधिकारी भी परिसर में डटे रहे। शाम को एफआईआर के लिए आवेदन सौंपा गया। इसके बाद हिरासत में लिए गए वकील की विधिवत गिरफ्तारी की गई। न्यायालय परिसर से थाना लाने और न्यायालय में पेश करने के दौरान बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती रही।
जिला बार एसोसिएशन के महासचिव अधिवक्ता सचिदानंद सिंह ने कहा कि कार्य की व्यस्तता और भूलवश वकील हथियार लेकर कोर्ट में चले गए थे। यह आभास होने पर वह हथियार बाहर रखने के लिए साथी को दे रहे थे। इसपर कहा गया कि वकील ने गलत मंशा से हथियार निकाला, जबकि यह हकीकत नहीं थी। बार के तमाम वकील आक्रोशित हैं। 1230 बजे आमसभा में जो निर्णय होगा, उसपर अमल किया जाएगा।
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