जदयू विधान पार्षद संजय सिंह ने लालू परिवार पर बड़ा आरोप लगाया है। कहा कि तेजस्वी यादव सियासी चश्मे से बिहार में शराबबंदी को देखना बंद करें। राज्य में शराबबंदी का साहसिक निर्णय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लिया। क्या आप बता सकते हैं कि डेढ़ दशक तक सत्ता में रहने के बावजूद आपके परिवार ने शराबबंदी का फैसला क्यों नहीं लिया। क्या यह सही नहीं है कि शराब की काली कमाई से आपके परिवार की संपत्ति का सृजन हुआ। रविवार को जारी बयान में जदयू विधान पार्षद ने कहा कि तेजस्वी को यह बताना चाहिए कि 10 बाय 10 (10×10) के कमरे में परिवार के साथ रहकर गुजर बसर करने वाले आपके पिता लालू यादव ने आखिर मुख्यमंत्री बनते ही कौन सा कारोबार खड़ा कर लिया कि कि आज अकूत संपत्ति का मालिक परिवार का हर सदस्य बन बैठा है। आखिर आपके पास कौन सी विद्वता है कि बगैर शैक्षणिक योग्यता के ही आपने इस छोटी उम्र में बड़ी संपत्ति अर्जित कर ली। दरअसल तेजस्वी यादव साइबेरियन बर्ड की तरह हैं। जब चुनाव या सियासी मकसद नजर आता है तो बिहार आ जाते हैं और जनता आईना दिखा देती है तो वापस लौट जाते हैं।
वहीं प्रदेश जदयू प्रवक्ता अरविन्द निषाद ने कहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शराबबंदी के मसले पर अपने संकल्प शक्ति से देश में नजीर पेश किया है। शराबबंदी के बाद राज्य के माहौल में आमूलचूल परिवर्तन हुआ है। गांव के चौक-चौराहे, बाजार शांतिमय वातावरण में खुला रहता है। शराबबंदी से राज्य में पारिवारिक कलह न के बराबर हो रहा है। पारिवारिक आय में वृद्धि हुई है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव शराबबंदी पर सवाल खड़ा कर महिला विरोधी आचरण प्रस्तुत कर रहे हैं। शराबबंदी से प्रत्येक वर्ष हजारों लोगों की जान बिहार में बच रही है। वर्ष 2017 से बिहार में शराब पीकर सड़क दुर्घटना का मामला शून्य हो गया है। जबकि 2010 से लेकर 2014 तक 5 वर्षों में शराब के नशे में हुई सड़क दुर्घटना से बिहार में 7304 लोगों की मौत हुई थी। केन्द्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्रालय के रिर्पोट के अनुसार बिहार में नेशनल हाईवे पर शराब पीकर गाड़ी चलाने का एक भी दुर्घटना का मामला सामने नहीं आया है।