बिहार

RJD मुख्यालय में लालू यादव की हुई वापसी, बिहार में महागठबंधन के बाद पहली बार

Admin4
14 Sep 2022 5:45 PM GMT
RJD मुख्यालय में लालू यादव की हुई वापसी, बिहार में महागठबंधन के बाद पहली बार
x
बिहार में भाजपा के साथ गठबंधन से निकलने के बाद नीतीश कुमार ने राजद के साथ महागठबंधन में सरकार बनाकर सियासी गलियारों में खूब सुर्खियां बटोरी। प्रदेश में इन दिनों एक के बाद एक अपराधिक मामले सामने आ रहा हैं। इस बीच बुधवार को बिहार के पूर्व सीएम लालू यादव पहली बार पटना स्थित राजद मुख्यालय पहुंचे।
रिपब्लिक टीवी द्वारा एक्सेस वीडियो में, राजद प्रमुख लालू प्रसाद, जिन्होंने एम्स में एक महीने के लंबे इलाज के बाद दिल्ली से वापसी की, अपनी टोयोटा में नेविगेटर की सीट पर बैठे थे। इसके बाद उन्हें गाड़ी से नीचे उतरकर ऑफिस गेट तक जाने के लिए उनके साथ आए सहयोगी ने मदद की। राजद मुखिया ने नवंबर 2021 में बीयर चंद पटेल पथ स्थित ऑफिस तक खुद एक जीप चलाकर पहुंचे थे, जिसे उन्होंने खरीदा था। हालांकि बिगड़ते स्वास्थ्य की वजह से वो चलने में भी समर्थ्य नहीं थे।
बिहार विधानसभा के विपक्ष में बैठे भारतीय जनता पार्टी ने जद(यू) और राजद के महागठबंधन में बने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि रिमोट कंट्रोल लालू यादव के हाथों में है और तेजस्वी के हाथ में इतना नहीं। इसके बाद, जब राजद के अवध बिहारी चौधरी बिहार विधानसभा के अध्यक्ष चुने गए, तो सुशील कुमार मोदी ने ट्विटर पर कहा था कि 'जदयू की उल्टी गिनती शुरू हो गई है'। राज्यसभा सांसद ने 'जब भी लालू प्रसाद यादव चाहेंगे पद पर उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की जगह मौजूदा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हो सकते हैं' की आशंका व्यक्त की।
महागठबंधन की सरकार में एक बड़ी दरार बनती नजर आ रही है। दरअसल राजद के मंत्री सुधाकर सिंह ने कैमूर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए विवाद खड़ा कर दिया। कृषि मंत्री ने दावा किया कि उनके विभाग में कई 'चोर' हैं और वह उनके 'सरदार' हैं। कृषि मंत्री ने आगे ये दावा भी किया कि उनके ऊपर कई 'सरदार' हैं।
इसके बाद रिपब्लिक के साथ बातचीत में सुधाकर सिंह कहा कि मैंने जो पहले कहा था वहीं मैं अब भी कह रहा हूं। मैं जिन मुद्दों पर बात कर रहा हूं वे आज भी प्रासंगिक हैं। वे हमारे घोषणापत्र में हैं। मैं अपनी पार्टी का प्रतिनिधि हूं। अगर लोग मानते हैं कि सरकार में हर कोई चोर है, तो मैं सरकार का प्रतिनिधि हूं। अगर मैं चीजों में सुधार नहीं कर सकता, तो मुझे स्वीकार करना चाहिए कि मैं चोरों का सरदार हूं।
सुधाकर सिंह के इस बयान ने बिहार की सियासत में हलचल पैदा कर दी है। 12 सितंबर को कैमूर के एक सम्मान समारोह में बोलते हुए सिंह ने अपने मंत्रालय में मामलों की स्थिति का खुलासा करते हुए खुद को "चोरों का सरदार" बताया। बिहार के सीएम नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, "यह वही पुरानी सरकार है। इसकी कार्यशैली भी वही है। और अधिकारियों के बारे में भी मत पूछो।" उन्होंने यह भी कहा कि यह पूरी तरह से राजद की सरकार नहीं है।
Admin4

Admin4

    Next Story