बिहार
बीजेपी के टारगेट पर है लालू परिवार तेजस्वी के बयान पर सियासी बवाल
Tara Tandi
9 Aug 2023 10:59 AM GMT
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बिहार में लालू यादव पर कार्रवाई को लेकर एक बार फिर तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी की रोजी रोटी लालू परिवार से चलती है. उन्होंने कहा कि मणिपुर जल रहा है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मौन हैं. तेजस्वी के बयान के बाद कई सवाल सियासी गलियारों में उठ रहे हैं. क्या भारतीय जनता पार्टी राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव एवं उनके परिवार को टारगेट करती है? क्या बीजेपी बिहार में लालू प्रसाद के नाम पर सियासत करती है?
लालू बीजेपी के सहयोग से बने सीएम: बीजेपी
इस पर बीजेपी के विधान पार्षद नवल किशोर यादव का कहना है कि तेजस्वी यादव की राजनीति अभी शुरू हुई है उन्हें बिहार की राजनीति में बहुत ज्यादा जानकारी नहीं है. उन्होंने कहा कि 1977 में जब लालू की पहली बार लोकसभा के सदस्य बने थे वह जनसंघ कार्यकर्ताओं की मदद से ही बने थे. 1990 में लालू प्रसाद यादव बिहार के मुख्यमंत्री बने वह भी बीजेपी के सहयोग से ही बने. जब लालू प्रसाद यादव भ्रष्टाचार में लिप्त होने लगे तो बीजेपी ने उनका साथ छोड़ दिया. तेजस्वी यादव पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि क्या बीजेपी के कहने पर उनके परिवार के लोगों ने भ्रष्टाचार किया. भाजपा किसी के खिलाफ नहीं है बल्कि भ्रष्टाचार के खिलाफ भाजपा की राजनीति होती है.
बीजेपी को देश की समस्या से कोई मतलब नहीं: RJD
वहीं, RJD का अभी भी मानना है कि बीजेपी की राजनीति लालू परिवार के इर्दगिर्द ही घूमती है. RJD के मुख्य प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने कहा कि बीजेपी को देश की समस्या से कोई मतलब नहीं है. बीजेपी की राजनीति पिछड़ा एवं दलित विरोधी है. जहां तक 1990 में लालू जी को समर्थन देने की बात है तो बीजेपी ने कांग्रेस विरोध के नाम पर बिहार सरकार को समर्थन दिया था. तत्कालीन जनता दल सरकार के पास खुद बहुमत था. उस समय बीजेपी का यह चरित्र नहीं था जो आज उन्मादी चेहरा देखने को मिल रहा है.
बिहार में बीजेपी की अपनी कोई स्ट्रैंथ नहीं: JDU
JDU का मानना है कि बीजेपी को देश की बुनियादी मुद्दों पर बात करना पसंद नहीं है. यही कारण है कि देश के लोगों की समस्या सुनने के बजाय किसी व्यक्ति विशेष को वह टारगेट करती है. JDU प्रवक्ता अभिषेक झा का मानना है कि पिछले 18 वर्षों से बीजेपी बिहार की सत्ता में है, लेकिन वह घटक दलों की पिछलग्गु बनकर रह गई है. भाजपा का अपना बिहार में कोई स्ट्रैंथ नहीं है. यही कारण है कि वह अपने घटक दलों के पीठ में खंजर खोपने का काम करती है.
लालू प्रसाद यादव की 30 वर्षों की राजनीति
पिछले 30 वर्षों से बिहार की राजनीति के केंद्र में लालू प्रसाद यादव हैं. 15 वर्षों तक बिहार की सत्ता में उनका एक छत्र राज रहा. देश की राजनीति में वह गरीबों की आवाज बनकर सामने आए थे. बिहार में बीजेपी विरोध के नाम पर उन्होंने MY समीकरण बनाया था, लेकिन हकीकत यह भी है कि 90 में बीजेपी के सहयोग से उनकी सरकार बिहार में बनी थी. लेकिन राम जन्मभूमि रथ यात्रा में आडवाणी जी की गिरफ्तारी के बाद बीजेपी और जनता दल की दूरी पड़ी जो आज तक खत्म नहीं हुई है. बीजेपी लालू यादव के कार्यकाल को लेकर पिछले 25 वर्षों से बिहार में राजनीति कर रही है. वहीं, लालू प्रसाद यादव की राजनीति भी बीजेपी के सांप्रदायिक चेहरे को लेकर होती रही है.
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