बिहार

तेजस्वी को ललन सिंह का चैलेंज- 'हिम्मत है तो RJD अपने घोषणा पत्र में शराबबंदी हटाने का करे वादा'

Shantanu Roy
18 Nov 2021 8:50 AM GMT
तेजस्वी को ललन सिंह का चैलेंज- हिम्मत है तो RJD अपने घोषणा पत्र में शराबबंदी हटाने का करे वादा
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जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद ललन सिंह (Lalan Singh) ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) के शराबबंदी वाले बयान पर पलटवार किया है.

जनता से रिश्ता। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद ललन सिंह (Lalan Singh) ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) के शराबबंदी वाले बयान पर पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि बड़ी मछली और छोटी मछली सब को गिरफ्तार किया जा रहा है. सब के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो रही है. तेजस्वी लगातार शराबबंदी के खिलाफ बोल रहे हैं. हिम्मत है तो वो अपने चुनावी घोषणा पत्र में यह घोषणा करें की उनकी सरकार बनेगी तो बिहार में शराबबंदी हटाएंगे.

ललन सिंह ने कहा कि बिहार में शराबबंदी थी, है और आगे रहेगी. इसको सख्ती से लागू किया गया है. शराबबंदी सफल रहे उसके लिए हर अहम कदम उठाए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि केके पाठक को उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग का अपर मुख्य सचिव बनाया गया है. इस पर राजद और तेजस्वी यादव को बयानबाजी नहीं करनी चाहिए. क्या यह लोग निर्णय लेंगे कि कौन सा अधिकारी कहां पर पदस्थापित होगा. जब बिहार में शराबबंदी थी तो उस वक्त के के पाठक उत्पाद विभाग में आयुक्त थे.
बयान देते सांसद ललन सिंह
बता दें कि बिहार में शराबबंदी 5 साल से ज्यादा से लागू है. लेकिन पिछले कुछ समय में जहरीली शराब से कई लोगों की मौत हुई. आए दिन शराब बरामद की खबरें आती रहती हैं. नीतीश सरकार और शराबबंदी के निर्णय पर विपक्ष लगातार सवाल उठा रहा है.
बीते 16 नवंबर को नीतीश कुमार ने शराबबंदी को लेकर बड़े अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक भी की. बैठक में सभी मंत्री, सभी जिलों के डीएम और एसपी भी शामिल थे. बैठक के बाद नीतीश ने कहा था कि शराबबंदी लागू रहेगा. कोई भी गड़बड़ करेगा तो बख्शा नहीं जाएगा.वहीं नीतीश ने शराबबंदी को सख्ती से लागू कराने के लिए एक बार फिर अपने पुराने अधिकारी एवं वरिष्ठ आईएस के के पाठक को जिम्मा सौंप दिया है.
केके पाठक वही अधिकारी हैं जिन्हें 2016 में शराबबंदी कानून लागू होने के बाद कानून को सख्ती से लागू कराने का जिम्मा सौंपा गया था. अपने सख्त मिजाज के लिए जाने जाने वाले के के पाठक को केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से लौटने के बाद बिहार सरकार ने निबंधन उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग का अपर प्रमुख सचिव नियुक्त किया है.


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