बिहार

ललन सिंह ने जिन्ना पर खालिद अनवर के बयान से झाड़ा पल्ला, कहा- 'ये उनकी निजी राय'

Shantanu Roy
14 Nov 2021 2:21 PM GMT
ललन सिंह ने जिन्ना पर खालिद अनवर के बयान से झाड़ा पल्ला, कहा- ये उनकी निजी राय
x
जेडीयू विधान पार्षद खालिद अनवर (Khalid Anwar) ने मोहम्मद अली जिन्ना (Mohammad Ali Jinnah) की जमकर तारीफ की थी. साथ ही देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू (Jawaharlal Nehru) को देश के बंटवारे के लिए जिम्मेदार ठहराया था.

जनता से रिश्ता। जेडीयू विधान पार्षद खालिद अनवर (Khalid Anwar) ने मोहम्मद अली जिन्ना (Mohammad Ali Jinnah) की जमकर तारीफ की थी. साथ ही देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू (Jawaharlal Nehru) को देश के बंटवारे के लिए जिम्मेदार ठहराया था. उनके इस बयान पर बिहार की सियासत गरमा गई है. हालांकि जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह (JDU President Lalan Singh) ने अपने एमएलसी के बयान से पूरी तरह से पल्ला झाड़ लिया है. उन्होंने कहा कि खालिद अनवर का बयान उनका व्यक्तिगत बयान है, उससे पार्टी का कोई लेना-देना नहीं है.

विधान परिषद के सदस्य खालिद अनवर ने मोहम्मद अली जिन्ना की जमकर तारीफ करते हुए उन्हें महान फ्रीडम फाइटर बताया था, तो वहीं दूसरी तरफ जवाहरलाल नेहरू को प्रधानमंत्री बनने के लिए देश का बंटवारा करने का जिम्मेवार ठहराया था. खालिद अनवर ने तो यहां तक कहा था कि जिन्ना को सम्मान मिलना चाहिए. उनके इस बयान पर बीजेपी नेताओं ने निशाना भी साधा था, लेकिन अब जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा है कि पार्टी का इन बयानों से कोई लेना देना नहीं है.
जेडीयू एमएलसी के इस विवादित बयान पर बीजेपी नेता और बिहार सरकार के मंत्री सम्राट चौधरी ने जोरदार हमला बोला था. उन्होंने कहा, 'हिंदुस्तान में रहने वाले लोग महात्मा गांधी व भारत माता की पूजा करते हैं. जिन लोगों की मानसिकता पाकिस्तान में रहने वाले लोगों की मानसिकता पाकिस्तान में रहने वाले लोगों की तरह है वो जिन्ना की पूजा करने पाकिस्तान चले जाएं.'
वहीं, आरजेडी के राष्ट्रीय महासचिव श्याम रजक ने भी तंज कसा था. उन्होंने कहा, 'जेडीयू के इस खेल को समझने की जरूरत है जो बीजेपी के साथ रहकर जिन्ना की तारीफ कर रहा है. उन्होंने कहा कि अगर जेडीयू को हिम्मत है तो वह जिन्ना की तारीफ करने के साथ-साथ सावरकर का विरोध भी दर्ज कराए. श्याम रजक ने कहा कि देश को दो भागों में बांटने में सबसे बड़ी भूमिका सावरकर की थी, ना की मोहम्मद अली जिन्ना की. हिंदू और मुस्लिम के बीच खाई अगर बढ़ी तो उसके पीछे की साजिश को समझना और उसे लोगों के बीच लाना जरूरी है.'


Next Story