बिहार
Lakhisarai: बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर की 69वीं महापरिनिर्वाण दिवस समारोह आयोजित
Gulabi Jagat
6 Dec 2024 1:50 PM GMT
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Lakhisarai लखीसराय। अनुसूचित जाति- जनजाति कर्मचारी संघ लखीसराय के तत्वावधान में आज जिला मुख्यालय स्थित वार्ड नंबर 15 के पंजाबी मुहल्ला विवाह भवन सभागार में संविधान निर्माता बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की 69वीं महानिर्वाण दिवस समारोह का आयोजन किया गया । इस श्रद्धांजलि समारोह के मौके पर उपस्थित लोगों ने उनके तैल चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित का नमन एवं वंदन किया। महानिर्वाण दिवस कार्यक्रम में की अध्यक्षता रमेश कुमार सुमन ने की। इनके अलावे कार्यक्रम में सचिव रामोतार पासवान, अरुण कुमार पासवान, बालेश्वर पासवान, सत्य प्रकाश, साधु रजक, रंजीत रजक, अजय कुमार रावत ,मोहम्मद असगर, मोहम्मद राजा, मनोज पासवान, सुरेंद्र पासवान, शत्रुघ्न कुमार, सुनील वर्मा ,सरोजिनी कुमारी, जॉन मिल्टन पासवान ,शिवम कुमार, विष्णु देव पासवान, मौलेश्वर रजक ,नवलेश कुमार, शंकर प्रसाद ,महेश दास ,ईश्वर पासवान सरीखे भारी संख्या में गणमान्य लोग मौजूद थे।
इस बीच अनुसूचित जाति -जनजाति संघ की ओर से इस अवसर पर जिला प्रशासन से लखीसराय जिला मुख्यालय स्थित विद्यापीठ चौक के अंबेडकर बस पड़ाव के नजदीक संविधान निर्माता बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा लगाए जाने की भी मांग की गई। मौके पर वक्ताओं ने कहा कि बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर की विरासत आज भी देशभर में प्रेरणा का स्रोत है। उन्होंने सामाजिक न्याय, शिक्षा और समानता के क्षेत्र में जो क्रांति शुरू की, वह हमेशा प्रासंगिक रहेगी। उनके विचार और योगदान वंचितों के सशक्तिकरण में मील का पत्थर साबित हुए।
आगे लोगों ने कहा कि भारत में जब-जब संविधान और लोकतंत्र की बात होगी, बाबा साहेब डॉ भीमराव आंबेडकर का नाम तब तब प्रमुखता से लिया जाएगा। यही वजह है कि 6 दिसंबर का दिन भारतीय इतिहास में एक महत्वपूर्ण तारीख के रूप में दर्ज है। इस दिन देश भर में महापरिनिर्वाण दिवस के रूप में भीमराव आंबेडकर को श्रद्धांजलि दी जाती है। विदित हो कि भारत के संविधान निर्माता, समाज सुधारक और दलितों के मसीहा कहे जाने वाले डॉ बी आर आंबेडकर का 6दिसंबर 1956 में उनका निधन हुआ था।
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