मोतिहारी: धनहर दिहुली पंचायत के भलुवहीया गांव के सामने एनएच 28 के रेल ओवरब्रिज के चढ़ान पर की सुबह 5 बजे एक वाहन की चपेट में आने से गुरहनवा गांव के मजदूर मदन पटेल(45) की मौत घटना स्थल पर ही हो गई. इस घटना के बाद उग्र ग्रामीणों ने एनएच 28 को करीब एक घंटा के लिए जाम कर दिया.
थानाध्यक्ष सच्चिदानंद पांडेय ने घटना स्थल पर पहुंच कर लोगों को समझा कर जाम को हटवाया व शव को पोस्टमार्टम के लिए मोतिहारी भेज दिया. प्रत्यक्षदर्शी के मुताबिक मृतक मदन पटेल अपने गांव गुरहनवा के घर से अहले सुबह निकलकर रामगढ़वा के एक चिमनी में मजदूरी करने के लिए निकला. जैसे हीं भलुवाहिया गांव के समीप एनएच 28 रेल ओवरब्रिज पर चढ़ा कि रक्सौल की ओर से आ रही एक स्कॉर्पियो ने ठोकर मार दिया. ठोकर लगते ही मदन पटेल की मौत घटना स्थल पर ही हो गयी. मौत के बाद गुराहनवा व भलुवाहिया के ग्रामीणों ने बीच सड़क पर शव को रख रोड को जाम कर दिया. एनएच 28 को जाम करने वाले अधिकारी को बुलाने की मांग कर रहे थे. थानाध्यक्ष के पहुंचने पर ग्रामीणों ने कहा कि यहां पर तीसरी घटना हो गई. ओवरव्रिज के बगल से एक बाईपास रोड अगर बन जाता है तो इस तरह का घटना नहीं होगी. ग्रामीणों की बातों को सुनने के बाद थानाध्यक्ष सच्चिदानंद पांडेय ने कहा कि आप सभी लोग इस बातों को लिख कर दे दें. जिसे एनएच विभाग को भेजा जाएगा. थानाध्यक्ष से आश्वासन मिलने के बाद ग्रामीण मान गए व जाम छूट गया.
दुर्घटना में मृत का शव घर पहुंचते ही मचा कोहराम: रात्रि चिरैया में सड़क दुर्घटना में मृत युवक का शव बखरी पहुंचते ही कोहराम मच गया. परिजनों का रो रो कर बुरा हाल था. वहीं आस पास ़के ग्रामीणों का तांता लगा रहा. की रात्रि पताही थाना क्षेत्र ़के बखरी बाजार निवासी अवनीश अपने पिता कामेश्वर सिंह को पटना इलाज कराने के लिए ले जाने ़के लिए स्प्लेंडर बाइक से मोतिहारी जा रहा था. तभी अचानक सामने से आ रही गाड़ी की रौशनी से आंख चौंधिया गया और वह आगे लगी ट्रैक्टर में जोरदार टक्कर मार दिया जिससे अवनीश गंभीर रूप से घायल हो गया जबकि पिता कामेश्वर सिंह भी घायल हो गए. अवनीश की स्थिति को देखते हुए आनन फानन में अस्पताल ले जाया गया जहाँ डॉक्टरो ने उसे मृत घोषित कर दिया. अवनीश अपने माता पिता का एकमात्र सहारा बचा था. इसके पूर्व इसके बड़े भाई व भाभी की मौत हो चुकी है जिसके दो पुत्री व एक पुत्र है. मृतक अवनीश बखरी बाजार पर ही कॉमन सर्विस सेंटर चलाता था. पिता कामेश्वर सिंह की इलाज चल रही है. वहीं पत्नी बदहवास है.