बिहार

कोजागरा पूजा व शरद पूर्णिमा नौ अक्टूबर रविवार को : तरुण झा

Shantanu Roy
7 Oct 2022 6:21 PM GMT
कोजागरा पूजा व शरद पूर्णिमा नौ अक्टूबर रविवार को : तरुण झा
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सहरसा। ज्योतिष केंद्र के संस्थापक ज्योतिषचार्य पंडित तरुण झा के अनुसार कोजागरा पूजा का दिन हिंदू धर्म के सबसे शुभ दिनों में से एक माना जाता है।अश्विन महीने में पूर्णिमा के दिन देवी लक्ष्मी की पूजा की जाती है। देवी लक्ष्मी धन, खुशी और समृद्धि की देवी है और ऐसा माना जाता है कि अश्विन पूर्णिमा के दिन देवी लक्ष्मी की पूजा करने से भक्तों को प्रचुर मात्रा में धन और समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है। पूजा अनुष्ठानों को करने का सबसे शुभ समय मध्यरात्रि या निशित काल होता है। पूजा का प्रमुख और महत्वपूर्ण पहलू रात में जगराता करना होता है यानी भक्तों को मध्यरात्रि जागरण करने की आवश्यकता होती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, कोजागरी पूर्णिमा या शरद पूर्णिमा की रात्रि में माता लक्ष्मी जब धरती पर विचरण करती है तो 'को जाग्रति' शब्द का उच्चारण करती है। इसका अर्थ होता है कौन जाग रहा है, वो देखती हैं कि रात्रि में पृथ्वी पर कौन जाग रहा है। जो लोग माता लक्ष्मी की पूरी श्रद्धा से पूजा करते हैं उनके घर मां लक्ष्मी जरुर जाती है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन देवी लक्ष्मी सभी घरों में जाती है और अच्छे भाग्य और अत्यधिक समृद्धि के लिए अपना दिव्य आशीर्वाद प्रदान करती है।
माता लक्ष्मी की आराधना मंत्र है
1. ॐ ह्रीं श्रीं लक्ष्मीभयो नमः
2. ॐ श्री ह्रीं श्री कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद ॐ श्री ह्रीं श्री महालक्ष्मयै नमः
3. ॐ श्री महालक्ष्म्यै च विद्महे विष्णु पत्न्यै च धीमहि तन्नो लक्ष्मी प्रचोदयात् ॐ
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