पटना. नगर-निगम हड़ताल के बाद गंदगी के लगे अंबार व जलजमाव के कारण डेंगू ने आतंक मचाना शुरू कर दिया है. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक जिले में डेंगू के 14 मरीज अस्पतालों में भर्ती हैं. जबकि आंकड़ा 135 के पार पहुंच गया है. शहर की 34 इलाके व मोहल्ले डेंगू से प्रभावित हैं. वहीं अब शहर के नये इलाकों को भी डेंगू अपनी चपेट में ले रहा है. विशेषज्ञों के अनुसार डेंगू का पहला स्टेज चल रहा है. दवा का छिड़काव और साफ सफाई कर इस पर नियंत्रण पाने की पूरी कोशिश की जा रही है. लेकिन अगर यह दूसरी या तीसरी स्टेज पर पहुंचता है तो अस्पतालों को प्लेटलेट्स और इंजेक्शन की किल्लत का सामना करना पड़ सकता है.
पटना के ये इलाके आये डेंगू की चपेट में
पटना के शहरी क्षेत्रों में खेतान मार्केट, महेंद्रू, शास्त्रीनगर, खाजपुरा, पटना सिटी, बाजार समिति, दीघा, कंकड़बाग, राजेंद्र नगर, ट्रांसपोर्ट नगर में डेंगू के मरीज ज्यादा मिल रहे थे हैं. वहीं अब शहर के नये इलाकों को भी डेंगू अपनी चपेट में ले रहा है. बीते तीन दिनों से शहर के नये इलाकों में मछुआ टोली, पुनपुन, गर्दनीबाग, स्लम बस्ती, बाकरगंज, बुद्धा कॉलोनी, नागेश्वर कॉलोनी, नेपाली नगर से भी एक-दो डेंगू के मरीज मिलने लगे हैं. शहर के कुल 34 इलाकों में डेंगू का प्रकोप है. इसके अलावा ग्रामीण एरिया में मसौढ़ी, पुनपुन, दानापुर, बाढ़, मोकामा आदि इलाके से भी डेंगू के रोजाना केस मिल रहे हैं.
तीन दर्जन से अधिक पुलिसकर्मी व स्वास्थ्यकर्मी को हुआ डेंगू
जिले के आम लोगों के अलावा स्वास्थ्य कर्मचारी व पुलिसकर्मी भी डेंगू के चपेट में आ रहे हैं. शहर के पीएमसीएच व आइजीआइएमएस में 15 से अधिक स्वास्थ्य कर्मियों को डेंगू हुआ है. इनमें आधा दर्जन डॉक्टर भी शामिल हैं. इसके अलावा कोतवाली, एसकेपुरी, कंकड़बाग, जक्कनपुर, राजीव नगर, शास्त्रीनगर, दीघा, पत्रकार नगर, गांधी मैदान और पीरबहोर आदि थाने के करीब तीन दर्जन से अधिक पुलिसकर्मी डेंगू के शिकार हो गये हैं.
प्रोटोकॉल के हिसाब से मरीजों को बेड पर मच्छरदानी लगाने को कहा गया
पीएमसीएच के अधीक्षक डॉ आइएस ठाकुर ने बताया कि डेंगू वार्ड में अब 7 मरीज भर्ती हैं. डेंगू के मरीजों के लिए अलग से 30 बेड का डेंगू वार्ड तैयार किया गया है. वहीं मेडिसीन आइसीयू में भी डेंगू के मरीजों के लिए बेड प्राथमिकता के आधार पर चिह्नित किये गये हैं. उन्होंने बताया कि डॉक्टरों ने डेंगू के मरीजों से अपील की है कि डेंगू के इलाज के लिए पीएमसीएच ही पहुंचे क्योंकि यहां हर तरह की सुविधा उपलब्ध है. जांच से लेकर दवा और सभी चिकित्सकीय व्यवस्था की गयी है. वहीं प्रोटोकॉल के हिसाब से मरीजों को बेड पर मच्छरदानी लगाने को कहा गया है.
न्यूज़ क्रेडिट: प्रभात खबर