पुपरी। कृषि विज्ञान केंद्र सीतामढ़ी के प्रशिक्षण सभागार में आजादी के 75 वीं वर्षगांठ अमृत महोत्सव के अवसर पर किसान वैज्ञानिक मिलन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम वर्चुअल एवं फिज़िकल दोनों रूप में आयोजित किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत जैव प्रौद्योगिकी विभाग के केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ जीतेन्द्र सिंह के द्वारा नई दिल्ली से फिज़िकल मोड में किया गया। कृषि विज्ञान केन्द्र के सचिव सुदिष्ट कुमार ने खेती में वेस्ट डिकॉम्पोज़र, वर्मी कंपोस्ट, जैविक खाद के उपयोग करने पर बल दिया।केन्द्र के वरीय वैज्ञानिक सह प्रधान डॉ राम ईश्वर प्रसाद ने बताया कि बॉयोटेक किसान हब परियोजना के अंतर्गत जैविक खेती को बढ़ावा देने के साथ साथ उच्च मूल्य वाली सब्जियों टमाटर, पपीता,परवल,शिमला मिर्च,गेंदा इत्यादि को शामिल किया गया है। इसका डेमोंस्ट्रेशन की शुरुआत पिछले वर्ष से ही नानपुर प्रखंड के मंझौऱ में किया जा चुका हैं। बॉयोटेक किसान हब के नोडल सह उद्यान वैज्ञानिक मनोहर पंजीकार,प्रशिक्षण प्रभारी सह पशु चिकित्सा वैज्ञानिक डॉ किंकर कुमार, सस्य वैज्ञानिक सच्चिदानंद प्रसाद, मौसम वैज्ञानिक रणधीर कुमार ने बॉयोटेक किसान हब के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि इस परियोजना में जिन तकनीकों का प्रयोग किया जा रहा है। वह किसानों की आमदनी को दूनी करने में काफी मददगार साबित होगी। क्योंकि इसमें फसल प्रणाली, फसल चक्र एवं फसल चुनाव में परिवर्तन किया गया है जिसे जिले के किसान भाई देखकर इस अनुरूप खेती की शुरुआत कर जिले के पैदावार के साथ साथ आमदनी को भी बढ़ा पाएंगे। कार्यक्रम के अंत में केंद्र के सचिव एवं वरीय वैज्ञानिक एवं प्रधान के द्वारा मंझौऱ गांव के किसानों को सब्जी के बीज का वितरण किया गया।