बिहार

जेल से बचने के लिए BJP से मिले केजरीवाल ,कांग्रेस में तीखी हुई जुबानी जंग

Tara Tandi
25 Jun 2023 12:11 PM GMT
जेल से बचने के लिए BJP से मिले केजरीवाल ,कांग्रेस में तीखी हुई जुबानी जंग
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टना में विपक्षी दलों की बैठक के बाद आम आदमी पार्टी (AAP) और कांग्रेस नेताओं की जुबानी जंग तीखी होती जा रही है. कांग्रेस नेता अजय माकन (Ajay Maken) ने रविवार कोअरविंद केजरीवालपर निशाना साधते हुए कहा कि वे विपक्षी एकता को खंडित करना चाहते हैं और जेल जाने से बचने के लिए बीजेपी से मिले हुए हैं. अजय माकन ने कहा कि एक ओर केजरीवाल कांग्रेस से समर्थन मांगते हैं और दूसरी ओर राजस्थान जाकर कांग्रेस के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ बयानबाजी करते हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी का एक ही लक्ष्य है कि विपक्षी एकता को तोड़ा जाए.
समर्थन चाहते हैं या दूरी बनाना?"
अजय माकन ने कहा कि ऐसा करके क्या अरविंद केजरीवाल कांग्रेस का समर्थन चाहते हैं या उससे दूरी बनाना चाहते हैं. आम आदमी पार्टी के नेता बार-बार कांग्रेस के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं. पटना में विपक्ष की बैठक के दिन भी कांग्रेस के खिलाफ बयान दिया गया.
]BJP से कर लिया समझौता"
कांग्रेस नेता अजय माकन ने साथ ही अरविंद केजरीवाल पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह भारतीय जनता पार्टी से मिले हुए हैं और जेल नहीं जाना चाहते. उन्होंने भ्रष्टाचार किया है और उनके जेल जाने की पूरी तैयारी हो चुकी हैं. उनके दो साथी पहले ही भ्रष्टाचार के मामले में जेल में हैं. वह भाजपा के साथ समझौता करके उन्हें बाहर निकालना चाहते हैं.
"विपक्षी एकता को तोड़ना चाहते हैं"
साथ ही उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल विपक्षी एकता के लिए बैठक में नहीं शामिल हो रहे हैं. बल्कि वह विपक्षी की एकता को खंडित कैसे किया जाए, उसे रोका कैसे जाए, इसलिए वह जा रहे हैं. अगर वह चाहते हैं कि कांग्रेस के साथ समझौता हो और कांग्रेस उन्हें समर्थन दे, तो इस तरह से बयान नहीं दिए जाते. अगर कोई नेता किसी से समर्थन चाहता है तो उसके खिलाफ भी बोले, उस पर शर्त भी लगाए और फिर ऊपर से बोले कि मेरा समर्थन करें. ये दोनों चीजें तो साथ-साथ नहीं हो सकती.
AAP का कांग्रेस पर निशाना
कांग्रेस के साथ बयानबाजी के बीच AAP ने अलग अंदाज में कांग्रेस नेता राहुल गांधी से बड़ा दिल दिखाने को कहा है. AAP नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा, "राहुल गांधी जी अक्सर यह बात कहते हैं और मुझे ये डायलॉग बहुत अच्छा लगता है. वो कहते हैं- मैं नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोलकर बैठा हूं. साहब हम मानते हैं कि यह नफरत का बाजार है. मगर इस मोहब्बत की दुकान में आप मोहब्बत दीजिये ना."
सौरभ भारद्वाज ने आगे कहा, "अगर आपके पास विपक्षी पार्टियां मोहब्बत मांगने आई हैं, और आप कह रहे हैं आपके पास मोहब्बत नहीं है, प्यार नहीं है तो फिर यह मोहब्बत की दुकान पर सवालिया निशान है.
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