पटना. कोतवाली थाने की पुलिस ने प्रतियोगी परीक्षाओं में फर्जीवाड़ा कर नौकरी दिलाने वाले एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया है. पुलिस द्वारा गिरोह के पांच सदस्यों को थाना क्षेत्र के महाराजा कॉम्प्लेक्स के निर्माण होटल से गिरफ्तार किया गया. जबकि एक अन्य सदस्यों को निशानदेही पर दूसरे जगह से गिरफ्तार किया गया है.
फर्जीवाड़ा कर नौकरी दिलवाता था
पटना पुलिस द्वारा गिरफ्तार कीये गए सभी आरोपित बिहार पुलिस, रेलवे व एसएससी समेत कई प्रतियोगी परीक्षाओं में फर्जीवाड़ा कर नौकरी दिलवाता था. पुलिस ने शेटरों के पास से पांच अभ्यर्थियों का शैक्षणिक प्रमाण पत्र, विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के 61 एडमिट कार्ड, इसमें कई की परीक्षाएं अभी होने वाली थी. पुलिस द्वारा की गई इस गिरफ़्तारी से परीक्षा में होने वाली सेटिंग को लेकर कई खुलासे हो सकते हैं.
आठ लाख से अधिक कैश बरामद
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ये सभी बीपीएससी परीक्षा में भी सेटिंग कराने की फिराक में थे, जो इसी महीने 30 सितंबर को होने वाली है. इसके अलावा एक विदेशी पिस्टल, 12 जिंदा कारतूस, एक चेकबुक, तीन मोबाइल और आठ लाख 20 हजार रुपये भी बरामद किये गये हैं.
गिरफ्तार कीये गए युवक
गिरफ्तार शेटरों में रोहतास के दिनारा थाना क्षेत्र के गोपालपुर निवासी निर्मल कुमार सिंह का 28 वर्षीय बेटा विनोद कुमार, बक्सर के सिकरौला थाना क्षेत्र स्थित विक्रम इंग्लिश निवासी पिता लक्ष्मण सिंह का 20 वर्षीय बेटा विनोद कुमार और पिता हरेंद्र सिंह का 24 वर्षीय बेटा राजा कुमार, भोजपुर के पीरो थाना क्षेत्र स्थित अमई विदेशी टोला निवासी हरेराम चौधरी का 20 वर्षीय बेटा गुड्डू और पिता नारदमुनी चौधरी का 26 वर्षीय बेटा पिंटू चौधरी (दोनों चचेरा भाई) शामिल है.
एक राजनीतिक पार्टी का सक्रिय सदस्य
गिरफ्तार कीये गए पांचों आरोपियों के निशानदेही पर समनपुरा से मो. नेहाल अहमद का 31 वर्षीय बेटा मो. रिजवान अहमद को गिरफ्तार भी गिरफ्तार कर लिया. इसी के पास से पैसा भी मिला है. बताया जा रहा है कि इसमें से एक राजनीतिक पार्टी का सक्रिय सदस्य भी है.
न्यूज़क्रेडिट: प्रभातखबर