बिहार

बिहार में भाजपा के खिलाफ जदयू का 'पोल खोल', कार्यकर्ता धरने पर बैठे

Rani Sahu
13 Oct 2022 3:18 PM GMT
बिहार में भाजपा के खिलाफ जदयू का पोल खोल, कार्यकर्ता धरने पर बैठे
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पटना, (आईएएनएस)| बिहार में नगर निकाय चुनाव में ओबीसी आरक्षण को लेकर पटना उच्च न्यायालय के दिए गए फैसले के बाद आरक्षण को लेकर प्रारंभ हुई सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है। इस बीच, जदयू के नेता और कार्यकर्ता गुरुवार को भाजपा को आरक्षण विरोधी बताते हुए 'आरक्षण विरोधी भाजपा का पोल खोल' कार्यक्रम के तहत सभी जिला मुख्यालयों पर धरने पर बैठे।
पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान के पास जदयू द्वारा आयोजित 'आरक्षण विरोधी भाजपा का पोल खोल' प्रदर्शन कार्यक्रम में जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने भाजपा को आरक्षण विरोधी बताते हुए कहा कि भाजपा पिछड़ा वर्ग के आरक्षण खत्म करने के एजेंडे पर काम कर रही है।
उन्होंने कहा कि हाल में ही पटना उच्च न्यायालय द्वारा नगर निकाय चुनाव में ओबीसी आरक्षण को अवैध बताया जाना भी एक साजिश का परिणाम है। उन्होंने कहा कि हमने आरक्षण दिया लेकिन भाजपा उसे समाप्त करने के लिए साजिश कर रही है।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव से पहले कहा था कि आरक्षण प्रणाली की समीक्षा की आवश्यकता है तो हम आशंकित थे। लेकिन, इन वर्षों में आरक्षण को खत्म करने का भाजपा का एजेंडा और अधिक स्पष्ट हो गया है।
उन्होंने कहा कि बिहार में लगातार पंचायत और नगरपालिका चुनाव हो रहे हैं, जिसमें आरक्षण नियमों का पालन किया गया था।
इधर, भाजपा के बिहार प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल ने गुरुवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर अतिपिछड़ा वर्ग विरोधी बताते हुए कहा कि नगर निकाय चुनाव पर असंवैधानिक निर्णय इस बात के प्रमाण हैं। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार की फितरत धोखेबाजी की और अब वे प्रधानमंत्री बनने के ख्वाब में लालू यादव के दबाव में अतिपिछड़े वर्ग के भोले भाले लोगों को धोखा दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा नीतीश कुमार की इस चालाकी की पोल खोलेंगे और इसके लिए बिहार के सभी जिलों में 17 अक्टूबर को प्रखण्ड मुख्यालयों पर धरना-प्रदर्शन किया जाएगा।
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