गोपालगंज: चुनाव को लेकर सख्ती शुरू हो गई है. चुनाव आयोग का इससे संबंधित निर्देश आने लगा है. आयोग ने जेल के अंदर कड़ी निगरानी को लेकर निर्देश जारी किया है. भागलपुर सहित सभी जिलों में स्थित जेल का नियमित रूप से निरीक्षण करने का निर्देश दिया गया है.
जेल के निरीक्षण और जांच के बाद उसकी साप्ताहिक रिपोर्ट भी तलब की गई है. चुनाव आयोग ने जेल को लेकर जारी किए गए निर्देश में कहा है कि जेल के अंदर निरीक्षण और छापेमारी कर यह सुनिश्चित करने को कहा है कि वहां मोबाइल सहित आपत्तिजनक सामान न रहे. नशीले पदार्थ को लेकर भी कड़ी निगरानी रखने को कहा गया है. जिलों के डीएम को पुलिस पदाधिकारियों के साथ नियमित रूप से जेलों का निरीक्षण और जांच करने का निर्देश चुनाव आयोग ने दिया है. चुनाव के दौरान जेल से भी बाहर के माहौल को प्रभावित करने की आशंका के बीच आयोग ने निर्देश दिया है.
मुलाकातियों पर नजर चुनाव आयोग ने जेल में बंद कुख्यात अपराधियों से मिलने आने वाले मुलाकातियों पर नजर रखने को कहा है. चिन्हित किए गए कुख्यात अपराधियों से मुलाकाती रोज मुलाकात न करें यह भी सुनिश्चित करने को कहा गया है. इसके साथ ही मुलाकातियों में राजनीतिक दल से जुड़े लोग न पहुंचे यह भी देखा जा रहा है. मुलाकातियों के जेल के अंदर जाने से पहले जांच होगी. पहचान पत्र का सत्यापन होगा जो ऑनलाइन ही दिया जाएगा. वे आपत्तिजनक सामान लेकर अंदर न जाएं इसके लिए निगरानी व जांच होगी.
बंदियों का ट्रांसफर बिना कोर्ट की अनुमति के नहीं
चुनाव को देखते जेल को लेकर चुनाव आयोग ने जो निर्देश दिए हैं उनमें बंदियों को किसी जेल से अन्य जेल में ट्रांसफर करने से परहेज करने के लिये कहा है. कोर्ट के आदेश ही पर कुख्यात बंदियों को अन्य जेल में ट्रांसफर किया जाए. अगर बंदियों को दूसरे जेल में ट्रांसफर किया जाना जरूरी हो तो इसकी जानकारी आयोग को पहले ही देना होगा. गौरतलब है कि जेल के अंदर से चुनाव के दौरान माहौल को प्रभावित करने की आशंका वाले बंदियों को दूसरे जेल में शिफ्ट किया जाता रहा है. चुनाव आयोग के निर्देश के बाद ऐसा करने से पहले आदेश का पालन करना होगा.