मोतिहारी: गिरता भूजल स्तर एक गंभीर चुनौती विषय पर सिटीजन फोरम ऑफ मोतिहारी के तत्वावधान में संध्या संगोष्ठी का आयोजन बलुआ चौक स्थित एक होटल के सभागार में किया गया. अध्यक्षता, सिटिजन फोरम अध्यक्ष बीरेंद्र जालान ने की. महासचिव राम भजन के द्वारा विभिन्न वक्ताओं के विचार अंकित किए गये.
फोरम के मुख्य संरक्षक सदस्य श्रीप्रकाश चौधरी संगठन ने अतिथियों का स्वागत किया. संगोष्ठी संयोजक इंजीनियर अजय कुमार आजाद द्वारा विषय प्रवेश कराया गया. एलएनडी कॉलेज के जियोग्राफी विभाग के विभागाध्यक्ष राकेश रंजन कुमार ने कहा कि इस समस्या का मुख्य कारण वर्षा की कमी व प्रकृति द्वारा प्रदत्त जल का संरक्षण नहीं होना है. उन्होंने कहा कि प्लास्टिक व अवशिष्ट कचरा के परत दर परत धरती पर जमे होने के कारण धरती के अंदर जल नहीं जा पा रहा है. मृदा व जल अभियांत्रिकी वैज्ञानिक अंशु गंगवार ने कहा कि जब हम जल का प्रबंध कर लेंगे तो अपने आप जल का संरक्षण हो जाएगा. मुख्य वक्ता फसल उत्पादन वैज्ञानिक आनंद कुमार ने कहा कि पृथ्वी पर उपलब्ध जल संसाधन का मात्र 4 प्रतिशत हिस्सा पीने योग्य है. उस जल का 70 प्रतिशत हिस्सा सिंचाई,18 प्रतिशत उद्योग और मात्र 9 प्रतिशत घरेलू इस्तेमाल में आता है. कहा कि सबसे ज्यादा सिंचाई पर पानी खर्च होता है, उसे बचाए जाने की आवश्यकता है. पर्यावरण विशेषज्ञ अजहर हुसैन अंसारी ने प्रकृति के शोषण की बात कही.
एसएसबी ने लगाया चिकित्सा शिविर
20वीं वाहिनी सशस्त्रत्त् सीमा बल सीतामढ़ी के कमांडेंट गिरीश चंद्र पांडे के निर्देशन में ई समवाय कुंडवा चैनपुर में स्वास्थ्य व कल्याण केंद्र कार्यक्रम के तहत खरूआ परसा ग्राम में स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया.
शिविर में डॉ दिनेश कुमार (उप कमांडेंट) चिकित्सा अधिकारी 51 वीं वाहिनी सशस्त्रत्त् सीमा बल के द्वारा लोगों को चिकित्सकीय परामर्श दिया गया. इसमें ई समवाय क्षेत्र के विभिन्न ग्रामवासी व स्कूल के छात्र-छात्राएं इस ओपीडी चिकित्सकीय परामर्श से लाभान्वित हुए. इस दौरान कुल 51 ग्राम वासियों को चिकित्सकीय परामर्श दिया गया .