x
बिहार जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से लेकर मायागंज अस्पताल तक रैपिड (आईजीजी-आईजीएम) किट से डेंगू जांच की सुविधा उपलब्ध है. सदर अस्पताल में 10 बेड अनुमंडलीय अस्पताल कहलगांव और नवगछिया व रेफरल अस्पताल सुल्तानगंज में पांच-पांच बेड का डेंगू वार्ड भी तैयार है. बावजूद इसके यहां पर जांच में डेंगू पॉजिटिव मिले मरीजों को भर्ती के लिए मायागंज अस्पताल तक की दौड़ लगानी पड़ रही है. आलम यह है कि मायागंज अस्पताल में भर्ती होने वाले डेंगू मरीजों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर बेड की संख्या बढ़ानी पड़ी तो वहीं इन अस्पतालों में डेंगू वार्ड सूने पड़े हैं.
बीते चार दिनों के आंकड़ों की बात करें तो सदर अस्पताल के जांच घर में डेंगू के नौ मरीज मिले, लेकिन इनमें से सात मरीज घर पर चला गया तो वहीं दो मरीज भर्ती होने के लिए मायागंज अस्पताल चले गये. हालांकि इन दोनों मरीजों को भी दवा आदि देकर घर ही भेजा गया था. लेकिन इनकी तबीयत बिगड़ी तो इलाज के लिए मायागंज अस्पताल के डेंगू वार्ड में भर्ती हो गये.
सूने पड़े हैं वार्ड
पड़ताल में सदर अस्पताल के 10 बेड का डेंगू वार्ड बीते पांच दिन से सूना पड़ा हुआ है. वहीं रेफरल अस्पताल सुल्तानगंज, अनुमंडलीय अस्पताल नवगछिया व कहलगांव के 5-5 बेड के डेंगू वार्ड सूने हैं. ही कहलगांव में चार, सुल्तानगंज व नवगछिया में 1-1 मरीज जांच में पाये गये.
जो गंभीर हैं, उन्हें भर्ती किया जाएगा सीएस
सिविल सर्जन डॉ. उमेश शर्मा ने कहा कि सदर अस्पताल में डेंगू पाजिटिव मिले मरीजों को अगर भर्ती की इच्छा होगी तो उसे हर हाल में भर्ती किया जाएगा. किसी डेंगू मरीज को सदर अस्पताल में भर्ती करने के बजाय रेफर किया जाता है तो टोल फ्री नंबर 180003456606 पर शिकायत करें या फिर लिखित दें तो लापरवाही पर कड़ी कार्रवाई होगी.
Admin4
Next Story