बिहार कांग्रेस में इस समय अंतर्कलह मचा हुआ है। जहां एक तरफ सभी पार्टियां लोकसभा चुनाव में डटी हुई हैं वहीं कांग्रेस के लोग आपस में ही भिड़े हुए हैं। वहीं कर्नाटक में मिले जीत की वजह से कांग्रेस के लोग काफी खुश हैं। कांग्रेस से सांसद अखिलेश प्रसाद सिंह को जब यहां के प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी थी तब यह माना जा रहा था कि एक बार फिर कांग्रेस वापसी कर सकती है।
इसके साथ ही उन्होंने ही जिला अध्यक्ष की भी सूची को जारी किया था। इस अध्यक्ष की सूचि से विधायक दल के नेता पद से अजीत शर्मा को हटा दिया गया और नए नेता शकील अहमद खान बनाए गए हैं। हालांकि नए नेता के चुनाव के दौरान बैठक में आधे से अधिक यानी 11 विधायकों ने हिस्सा नहीं लिया और पार्टी में कलह के संकेत दे दिए।
इस वजह से होगा बदलाव
वहीं कांग्रेस में होने वाले बदलाव को लेकर ये कहा जा रहा है कि प्रदेश अध्यक्ष और विधायक दल के नेता एक ही जाति भूमिहार से आते हैं, इस कारण बदलाव होना तय था। वहीँ जिला अध्यक्ष की सूची में सवर्ण समाज को भी जगह दिया गया है। मिली जानकारी के मुताबिक विधायक दल के नेता के बदलाव से ज्यादा प्रदेश अध्यक्ष से नाराजगी है। माना यह जा रहा है कि कांग्रेस की तरफ से ये बदलाव लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखकर किया गया है।
Ashwandewangan
प्रकाश सिंह पिछले 3 सालों से पत्रकारिता में हैं। साल 2019 में उन्होंने मीडिया जगत में कदम रखा। फिलहाल, प्रकाश जनता से रिश्ता वेब साइट में बतौर content writer काम कर रहे हैं। उन्होंने श्री राम स्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी लखनऊ से हिंदी पत्रकारिता में मास्टर्स किया है। प्रकाश खेल के अलावा राजनीति और मनोरंजन की खबर लिखते हैं।