संग्रहालयों में प्रदर्शों की जानकारी देने वालों की भी व्यवस्था रखने का दिया निर्देश
पटना न्यूज़: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि संग्रहालयों का रखरखाव ठीक ढंग से कराते रहें. पटना संग्रहालय और बिहार संग्रहालय को आपस में अंडरग्राउंड माध्यम से जोड़ा जा रहा है. जब बनकर तैयार हो जाएगा तो यह भी अद्भुत होगा. बाहर से आनेवाले लोगों को दोनों संग्रहालयों का एक साथ अवलोकन करने में सहूलियत होगी.
दोनों संग्रहालयों के एक साथ बेहतर प्रबंधन और संचालन के लिए कमिटी बनाई गई है. रखरखाव ठीक ढंग से कराने के लिए अधिकारी, अभियंता व कर्मचारी की आवश्यकता हो तो उनकी भी नियुक्ति कराएं. संग्रहालय में रखे गए प्रदर्शों की जानकारी देनेवालों की भी व्यवस्था रखें, ताकि लोगों को एक-एक चीज की जानकारी अच्छे से मिल सके. मुख्यमंत्री एक अणे मार्ग में बिहार संग्रहालय समिति की शासी निकाय की द्वितीय बैठक में बोल रहे थे. सीएम ने कहा कि बिहार संग्रहालय अंतरराष्ट्रीय स्तर का संग्रहालय है, जहां बड़ी संख्या में लोग आते हैं. इसका प्रबंधन और कार्यकलाप का संचालन बेहतर ढंग से करते रहें. बिहार म्यूजियम (संग्रहालय) की डिजाइन अंतरराष्ट्रीय टीम के द्वारा की गयी है. यह अद्भुत और विशिष्ट है. इस संग्रहालय का मेंटेनेंस अतिमहत्वपूर्ण है, इस पर विशेष ध्यान दें. बिहार संग्रहालय में लगाये गये प्रदर्शों के ऐतिहासिक तथ्यों को बड़े शब्दों में और सहज ढंग से हिन्दी और अंग्रेजी में अंकित किया जाय, ताकि लोगों को उस प्रदर्श के संबंध में ठीक ढंग से जानकारी मिल सके.
बिहार संग्रहालय के महानिदेशक अंजनी कुमार सिंह ने वित्तीय वर्ष 2021-2022 के वार्षिक प्रतिवेदन में बिहार संग्रहालय से संबंधित प्रमुख बातें, संग्रहालय द्वारा आयोजित कार्यक्रम, दर्शकों के भ्रमण एवं वित्तीय लेखा से संबंधित जानकारी दी. बैठक में इस वित्तीय वर्ष के बजट का भी अनुमोदन किया गया. मौके पर कला, संस्कृति एवं युवा विभाग मंत्री जितेंद्र कुमार राय, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव आमिर सुबहानी, दीपक कुमार सिंह, डॉ एस सिद्धार्थ, अरुणीश चावला, संजीव हंस, अनुपम कुमार, वंदना प्रेयसी, अभय सिंह, कुमार रवि, गोपाल सिंह आकद मौजूद थे.