x
बिहार दो दिन पहले पीजी केमेस्ट्री विभाग में चोरी हुई. रात में वहां एक गार्ड थे. जिसे पता नहीं चल सका. लेकिन यह स्थिति सिर्फ यहीं नहीं है. बल्कि सभी पीजी विभागों ही नहीं मुख्य प्रशासनिक भवन में भी यही हाल है. टीएमबीयू के प्रशासनिक भवन में रात में मात्र दो गार्ड रहते हैं. जबकि इस प्रशासनिक के मुख्य गेट पर ताला लगा होता है लेकिन उसके पीछे कोई चारदीवारी नहीं है.
जिससे कोई भी आसानी से जा सकता है. दिन भर वहां से पीछ के गांवों के ग्रामीण आते-जाते रहते हैं. प्रशासनिक भवन में सबसे महत्वपूर्ण कागजात रखे होते हैं. चाहे वह छात्रों के प्रमाणपत्र, टीआर हों या फिर शिक्षकों और कर्मचारियों की नियुक्त, प्रोन्नति या सेवानिवृत्ति का मामला क्यों नहीं हो. यहां कुछ कंप्यूटर है. जिसमें बहुत सारी जानकारियां रखी होती हैं. लेकिन अभी भी विश्वविद्यालय में कई ऐसे कागजात हैं. यदि येचोरी हो जाते है या कुछ नुकसान हो जाता है तो बड़ी समस्या उत्पन्न हो जायेगी. सिर्फ प्रशासनिक भवन ही नहीं तमाम पीजी विभागों का भी यही हाल है. पीजी विभागों में कई जगह तो गार्ड ही नहीं है कुछ जगह एक गार्ड हैं जो छुट्टी पर चला जाता है तो विभाग खाली हो जाता है. कहीं नियमित गार्ड है तो कहीं एढॉक पर गार्ड है. ओल्ड पीजी कैंपस, दिनकर परिसर में कई विभाग हैं लेकिन इनकी सुरक्षा को लेकर कोई व्यवस्था नहीं है.
पहले के कई गार्ड अब हो चुके हैं सेवानिवृत्त
विवि के प्रशासनिक भवन ही नहीं पीजी विभागों के परिसर में भी कई गार्ड होते थे. वह भी नियमित लेकिन धीरे-धीरे वे भी सेवानिवृत हो गये. अब इन विभागों की सुरक्षा पर सवाल उठने लगे हैं.
प्रो. निलिमा गुप्ता के समय गार्ड के आउटसोर्सिंग के लिये मंजूरी मिल गई थी. लेकिन कोरोना के कारण काम रूक गया.अभी नियमित कुलपति आये हैं. बजट के बाद प्रक्रिया शुरू की जायेगी.
डा. रतन मंडल, प्रॉक्टर, टीएमबीयू
Next Story