भागलपुर न्यूज़: बचपन से ही स्वास्थ्य के प्रति जागरूक होना अच्छे स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है. आयुष के सभी विधाओं खासकर होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति से लोग ज्यादा लाभान्वित हो रहे हैं .
बिहार सरकार भी आयुष चिकित्सा पद्धतियों को बेहतर बनाने की दिशा में काम कर रही है. इसके साथ ही आयुष के अस्पतालों को अत्याधुनिक बनाने का प्रयास किया जा रहा है. ये बातें स्थानीय एक महाविद्यालय में आयोजित वैज्ञानिक गोष्ठी को संबोधित करते हुए बिहार सरकार के आयुष महानिदेशक सुरेंद्र राय ने कहीं. अध्यक्षता डॉ. अमर आलोक ने की.
न्होंने कहा कि बेहतर जीवन शैली के लिए होम्योपैथी बहुत आवश्यक है. इसकी दवाओं का कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है. डॉ. प्रभुनाथ पंडित ने कार्यों एवं उद्देश्य की चर्चा करते हुए कहा की हमारा मुख्य उद्देश्य लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना है. डॉ अमरेश कुमार सिंह, डॉ. नंदेश्वर प्रसाद सिंह एवं डॉ एम के जायसवाल ने लोगों को होम्योपैथिक दवा के साथ- साथ योग व प्राणायाम करने की सलाह दी. बिहार राज्य होम्योपैथिक बोर्ड के पूर्व रजिस्ट्रार डॉ एके घोष, प्रो. वशिष्ठ नारायण सिंह ने कार्यक्रम की सराहना की. डॉ. जनार्दन प्रसाद सिंह, डॉ शिवालक राय प्रभाकर, डॉ रानेश्वर सिंह, डॉ. रेणू कुमारी, डॉ. कृष्ण कुमार, डॉ. चंद्र प्रकाश सिंह आदि शामिल थे.