दरभंगा न्यूज़: राज्य के अलग-अलग स्थानों या गांवों में प्रत्येक वर्ष विभिन्न अवसरों पर लोक महत्व के मेले आयोजित किए जाते हैं. ऐसे करीब 15 मेले हैं, जिनमें स्थानीय लोकरंग की विशिष्ट पहचान झलकती है.
कई विशेषता को अपने में समेटे रखने वाले इन मेलों के बारे में राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग अध्ययन कराएगा. इसके बाद इन्हें सरकार के स्तर से अधिसूचित कराने की कवायद की जाएगी. विभाग के स्तर पर उन मेलों की खासतौर से पहचान की जाएगी, जो विशेष महत्व तो रखते हैं, लेकिन अब तक राज्य सरकार के स्तर पर अधिसूचित नहीं हो पाए हैं. अगर ऐसे किसी मेला का आयोजन करने वाली समिति या स्थानीय लोगों की तरफ से भी कोई आवेदन आता है, तो इसकी समीक्षा करने के बाद संबंधित जिले के डीएम से रिपोर्ट मांग जाएगी. इसके बाद इन्हें अधिसूचित करने से संबंधित कार्रवाई की जाएगी.
इसके बाद छूटे हुए प्रमुख मेलों को अधिसूचित करने को लेकर विचार किया जाएगा. किसी मेला अधिसूचित करने से पहले इससे संबंधित रिपोर्ट संबंधित जिला से मंगवाने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी. मेला प्राधिकार के पास भी अगर कोई प्रस्ताव आता है, तो इस पर विचार किया जाएगा. मेलों को संरक्षित करने के लिए सरकार संकल्पित है.
यह होगा फायदा
मेलों को अधिसूचित होने से इनके आयोजन की जिम्मेदारी संबंधित जिला प्रशासन की होगी. डीएम की अध्यक्षता में बैठक कर जिला प्रशासन राजस्व विभाग को प्रस्ताव भेजेगा. इसके आधार पर विभाग की तरफ से राशि जारी की जाएगी. सरकार की तरफ से आयोजन स्थल चिह्नित कर दिया जाएगा. इनमें शामिल होने वाले लोगों को सुरक्षा के साथ ही सभी मूलभूत सुविधाएं भी मुहैया होंगी.