नदी तटबंधों का कटाव रोकने की पहल, पंचाने नदी के किनारे के स्थल का किया गया चयन
नालंदा न्यूज़: नदी व नहरों के तटबंधों में कटाव रोकने के लिए जल-जीवन हरियाली मिशन के तहत पौधरोपण किया जायेगा. नहर के बाहरी ढलाव के बाद समतल जमीन पर तीन-चार फीट की दूरी छोड़कर पौधरोपण किया जाना है. प्रत्येक 50 मीटर की लंबाई में पौधे लगाने के बाद 10 मीटर का गैप आवागमन के लिए होगा. रिवर साइड में यथासंभव बांस के पौधे लगाये जाएंगे. ताकि, कटाव में कमी आ सके. पौधरोपण के क्रम में नहर-नदी के तटबंधों पर रिवर साइड व कंट्री साइड ढलाव पर पौधरोपण नहीं किया जाना है. साथ ही, नदी तटबंध के कंट्री साइड ढलाव में दो से 20 फीट की दूरी व साइड में 10 फीट की दूरी तक के क्षेत्र को पौधरोपण से मुक्त रखा जाएगा. शीशम, गमहार, सागवान, सेमल, कदम्ब, करंज, आंवला, सहजन, बांस, बबूल, बेर, अर्जुन, जामुन के पौधे लगाये जायेंगे.
योजना को धरातल पर उतारने की दिशा में पहल करने को लेकर कलेक्ट्रेट में समीक्षा की गयी. टीम को कहा गया है कि पौधा लगाने वाले स्थलों की सूची वन विभाग को सौंपे. पौधरोपण व इससे संबंधित आंकड़ों का संधारण, रखरखाव का कार्य पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा किया जाएगा.