बगहा (प.चंपारण): नेपाल के जल अधिग्रहण क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश अब जंगली जानवरों के लिए आफत बनती जा रही है. नेपाल में भारी बारिश की वजह से चितवन राष्ट्रीय निकुंज के वन्य जीव भी हलकान हैं. यही वजह है कि गुरुवार की दोपहर नेपाल के जंगल से एक वयस्क गैंडा मृत हालत में गण्डक नदी में बहता हुआ आया और गंडक बराज की गेट संख्या 10 पर फंस गया.
एसएसबी की सूचना पर दोनों देशों के वन अधिकारी पहुंचे : राहगीरों ने जब गैंडे को देखा तो धीरे धीरे यह बात फैल गई और दर्जनों लोग गैंडा देखने पहुंच गए. इसके बाद एसएसबी ने इसकी सूचना दोनों देशों के वन विभाग के अधिकारियों को दी, जिसके बाद अधिकारी मौके पर पहुंचे और मृत गैंडा को निकाला गया. वाल्मीकि टाइगर रिज़र्व में गैंडे नही हैं. कभी कभार चितवन निकुंज से ही भटककर इस जंगल में आकर इसकी शोभा बढ़ाते हैं. कई दफा तो नेपाल से भटककर इस जंगल में आये गैंडों को नेपाल स्थित चितवन राष्ट्रीय निकुंज के कर्मी आकर अपने साथ ले जाते हैं.चितवन राष्ट्रीय निकुंज के रेंजर ने गैंडा को अपना बताया: नेपाल में स्थित चितवन राष्ट्रीय निकुंज के रेंजर छत्र बहादुर खड़का ने इस बात की पुष्टि की कि वह गैंडा नेपाल का ही है . यह इंडियन टेरिटरी में मृत पाया गया है, इसलिए वाल्मीकि टाइगर रिज़र्व के अधिकारी इसका पोस्टमार्टम करवा कर अंतिम संस्कार करेंगे. वाल्मीकि टाइगर रिज़र्व की ओर से भी गैंडों का अधिवास क्षेत्र विकसित करने की दिशा में पहल की गई है. शीघ्र ही मेहमान गैंडों के लिए अधिवास क्षेत्र भी विकसित किया जाएगा क्योंकि नेपाली गैंडों को वाल्मीकि टाइगर रिज़र्व का हैबिटेट काफी पसंद आता है.