
मुजफ्फरपुर: यूरोपीय टीम 47 देशों की यात्रा (Tour Of 47 Countries) पर निकली है. इसी कड़ी में 16 देशों का भ्रमण करने के बाद ये टीम भारत आई है. बिहार के मुजफ्फरपुर (European Team Reached Muzaffarpur) पहुंचने पर टीम का भव्य स्वागत किया गया. अतुल्य भारत (Incredible India) का भ्रमण करते यूरोपियन बाइकर्स ट्रिप जैसे ही बिहार पहुंची तो यहां के स्वागत (European Team Welcome In Bihar) से गदगद हो गई. टीम के सदस्यों ने इस स्वागत को अतुल्य भारत की खास पहचान बताया है. भारत में इस टीम का नेतृत्व रिटायर्ड कैप्टन राज (Retired Captain Raj) कर रहे हैं.
47 देशों की यात्रा पर निकली यूरोपीय टीम पहुंची मुजफ्फरपुर: सेना से रिटायर्ड कैप्टन राज के नेतृत्व में यूरोपियन बाइकर्स भारत का भ्रमण कर रहे हैं. अतुल्य भारत का भ्रमण करते यूरोपियन बाइकर्स ट्रिप बिहार के वैशाली गढ़ होते हुए मुजफ्फरपुर पहुंची है. पूरे दिन वैशाली के विभिन्न बौद्ध व अन्य धार्मिक स्थलों का भ्रमण करने के साथ ही वैशाली गणराज्य से संबंधित जानकारी भी टीम ने हासिल की. इसके बाद सभी सदस्य मुजफ्फरपुर स्थित मिलिट्री स्टेशन हेड क्वार्टर से शनिवार को नेपाल और म्यांमार के लिए रवाना किये जाएंगे.
डेढ़ साल की है यात्रा: पूरे ग्रुप को भारत में गाइड कर रहे सेना के रिटायर्ड कैप्टन राज कुमार ने बताया कि एक यूरोपिन बाइकर्स ट्रिप 47 देशों के भ्रमण पर निकाला है. 9 जुलाई को जॉर्जिया ,उज़्बेकिस्तान ,अजरबैजान ,होते हुए पाकिस्तान के रास्ते भारत में अटारी बार्डर से प्रवेश किया है. भारत में प्रवेश करते ही इन बाइकर्स का स्वागत सेना द्वारा आम देकर किया गया. कोविड महामारी के बाद पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से कुल 47 देशों की यात्रा पर यह टीम निकली है. अगले साल 23 अगस्त 2023 को यह ग्रुप अपने 47 देशों की यात्रा पूरी कर वापस फ्रांस में अपनी यात्रा समाप्त करेंगी.
बिहार में स्वागत को यूरोपीय टीम ने बताया अतुलनीय : टीम को लीड कर रहे रिटायर्ड कैप्टन राज ने बताया कि इस टीम में 14 राइडर्स हैं और कुल 16 बाइकर्स हैं. सभी राइडर्स फ्रांस के रहनेवाले हैं. भारत को लेकर उनका अनुभव काफी अच्छा रहा है. किसी भी देश का उनका इतना अच्छा एक्सपीरियंस नहीं रहा.टीम गर्मी के मौसम में आई है. जब इनलोगों ने वाघा बोर्डर में प्रेवश किया तो सेना ने इनका स्वागत आम से किया था. ये टीम के लिए बहुत ही प्रफुल्लित अनुभव था. बनारस में इन सभी का अध्यात्मिक अनुभव रहा. अब वैशाली का पूरा अनुभव लेते हुए टीम आगे जाएगी. यह यात्रा डेढ़ साल की है.