नालंदा न्यूज़: तीन दिनों में हीट वेव के रोगियों की संख्या ड्योढ़ा हो गयी. वे उल्टी-दस्त की गिरफ्त में आ रहे हैं. को 40 फीसदी तो अस्पताल आने वालों में 60 प्रतिशत रोगी हीट वेव से ग्रसित थे.
जिले में तापमान 43 डिग्री सेल्सियस रहा. जबकि, अहसास 47 डिग्री सेल्सियस का हो रहा है. इससे आम जनजीवन अस्त-व्यस्त है. डॉक्टरों ने आम जनों के लिए 10 बजे के बाद खुली धूप में बाहर न निकलने की एडवाइजरी जारी की है. इसके साथ ही, कभी भी भूखे पेट न रहें. पर्याप्त पेय पदार्थों का सेवन करें. ऐसा नहीं करने से घरों में रहते हुए भी आप
जिले में गर्मी दिन व दिन बढ़ती ही जा रही है. फिलहाल तीन दिनों तक इसमें राहत के आसार नहीं हैं. गत सप्ताह से ही लू और हीट वेव का प्रभाव शुरू हो चुका है. जिले में सुबह छह बजे ही 28 डिग्री तो सात बजे 32 डिग्री रही. आठ बजे 33, नौ बजे 37, साढ़े नौ बजे 38, दस बजे 39, साढ़े 10 में 40, ग्यारह बजे 41, 12 बजे 42 तो साढ़े 12 में 43 डिग्री तापमान रहा. अपराह्न तीन बजे तक 43 ही रहा. लेकिन, इस दौरान 47 डिग्री गर्मी का अहसास रहा. इस कारण दोपहर में सड़कों पर सन्नाटा रहा. इक्का-दुक्का यात्री ही दिखे.
सदर अस्पताल में डॉ. विश्वजीत कुमार, डॉ. मारिची माली, डॉ. राजशेखर व डॉ. अंजय कुमार ने 433 रोगियों का इलाज किया. इनमें से 265 रोगी हीट वेव से पीड़ित थे. इसी तरह, निजी क्लीनिकों में इलाज कराने आए रोगियों में 60 फीसद रोगी इसी के थे. डीईओ केशव प्रसाद ने सभी निजी व सरकारी विद्यालयों में पूर्वाहन साढ़े 11 बजे के बाद सभी कक्षाओं के लिए शैक्षणिक गतिविधियों पर प्रतिबंध लगा दी है. ताकि, बच्चों को हीट वेव से बचाया जा सके.
पावापुरी भगवान महावीर आयुर्विज्ञान संस्थान के प्राचार्य प्रो. डॉ. पीके चौधरी व औषधि विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ. सुजीत कुमार ने बताया कि हीट वेव के कारण इन दिनों पेट दर्द, दस्त, फ्लू, खांसी, बुखार, सिरदर्द जैसी बीमारी से लोग अधिक ग्रसित हो रहे हैं. उन्होंने गर्मी के मौसम में तैलीय व मसालेदार भोज्य पदार्थ नहीं खाने की सलाह दी है. ताजे फलों का सेवन करें, रसीले फलों का प्रयोग काफी लाभदायक होगा.
जेनरल फिजिसियन डॉ. मिथिलेश प्रसाद ने बताया कि इलाज कराने वालों में 60 फीसद तक रोगी हीट वेव से पिड़ित हैं. इस मौसम में खान-पान के साथ ही क्रिया कलाप का पूरा ख्याल रखना चाहिए. आवश्यक कामों को हर हाल में सुबह में ही निपटा लें. बेवजह घरों से न निकलें.
ोपहर में बाइक व अन्य खुले वाहनों पर यात्रा न करें. घरों से बाहर निकलने के पहले पर्याप्त पानी पीकर ही निकलें. संभव हो तो इलेक्ट्रल या ओआरएस घोल पीते रहें. कुछ भी संभव न हो तो चीनी नमक का घोल पीएं. इससे शरीर में सोडियम व क्लोराइड का स्तर बना रहेगा. सामान्य तौर से इसकी कमी से ही हीट वेव हमें प्रभावित करता है.