बिहार

बिहार कहीं बाढ़ तो कही सूखे ,प्रदेश में इस साल अब तक औसत से कम बारिश हुई

Tara Tandi
20 Aug 2023 8:46 AM GMT
बिहार कहीं बाढ़ तो कही सूखे ,प्रदेश में इस साल अब तक औसत से कम बारिश हुई
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बिहार कहीं बाढ़ तो कही सूखे से परेशान है. प्रदेश में इस साल अब तक औसत से कम बारिश हुई है. विशेषकर दक्षिण बिहार के कई जिलों में स्थिति गंभीर है. सीएम नीतीश कुमार ने सूखे से प्रभावित कई जिलों का आज एरियल सर्वे किया. सीएम के एरियल सर्वे पर अब राजनीति शुरू हो गई है. एक राज्य लेकिन दो कहानियां, कहीं सूखा तो कहीं बाढ़. ये कहानी है बिहार की. बिहार के दो हिस्से अलग-अलग तरह से मानसून का दर्द झेलने को मजबूर हैं. उत्तर बिहार और कोसी के इलाके में बाढ़ से लोग परेशान हैं तो दक्षिण बिहार में मामला बिल्कुल उल्टा है. यहां के किसान खेतों में पानी की कमी की किल्लत से जूझ रहे हैं. अब सूखा प्रभावित इलाकों का सीएम नीतीश कुमार ने हवाई सर्वेक्षण किया. सीएम के साथ अधिकारियों की टीम भी रही. सीएम नीतीश कुमार ने औरंगाबाद, गया, नवादा, शेखपुरा और जमुई का हवाई सर्वेक्षण किया.
सीएम के हवाई सर्वेक्षण पर सियासत
सीएम नीतीश ने किसानों और जनता के दुख दर्द को समझने की कवायद की तो बीजेपी को हवाई सर्वेक्षण में सियासत दिखने लगी. बीजेपी ने तंज कसते कहा कि हवा में उड़कर देखने से कुछ नहीं होने वाला. बीजेपी नेता हरिभूषण ठाकुर बचौल के आरोपों पर महागठबंधन ने पलटवार किया है. महागठबंधन का कहना है कि हवाई सर्वेक्षण के माध्यम से स्थिति का अवलोकन किया जाता है और ये देश भर में होता है.
बिहार कहीं बाढ़ तो कही सूखे ,प्रदेश में इस साल अब तक औसत से कम बारिश हुई
किसानों को बड़ी घोषणा का इंतेजार
दरअसल, बिहार में इस साल अब तक औसत से कम बारिश हुई है. विशेषकर दक्षिण बिहार के कई जिलों में स्थिति गंभीर है. मगध प्रमंडल के कई जिलों में धान की रोपनी पर बुरा असर पड़ा है. यहां तक कि कई ऐसे जिले हैं जहां औसत से 80 फीसदी तक कम धान की रोपाई हुई है. हालांकि पिछले कुछ दिनों में स्थिति में सुधार आया है. लेकिन अभी भी सबकुछ संतोषजनक नहीं है. नीतीश कुमार ने कुछ समय पहले भी राज्य में मानसून की मौजूदा स्थिति की समीक्षा की थी. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया था कि पटवन के लिए किसानों को पर्याप्त बिजली आपूर्ति की जाए और डीजल में सब्सिडी की घोषणा की थी. उम्मीद की जा रही है है कि सीएम हवाई सर्वेक्षण के बाद किसानों के लिए कोई बड़ी घोषणा कर सकते हैं.
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