बिहार

फर्जी दस्तावेज पर नौकरी पाने वाले शिक्षकों की तुरंत गिरफ्तारी

Admin4
23 Feb 2023 9:15 AM GMT
फर्जी दस्तावेज पर नौकरी पाने वाले शिक्षकों की तुरंत गिरफ्तारी
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बिहार। बिहार में फर्जी दस्तावेज पर नौकरी पाने वाले शिक्षकों की तुरंत गिरफ्तारी का आदेश दे दिया गया है. बताया जा रहा है कि विजिलेंस के डीजी आलोक राज ने इस मामले को लेकर पुलिस मुख्यालय को भी पत्र लिखा है. राज्य के पुलिस मुख्यालय से ये अनुरोध किया गया है कि वह सभी जिला पुलिस को ये निर्देश जारी करे कि फर्जी डिग्री के सहारे नौकरी लेने के आरोपी शिक्षकों को जल्द गिरफ्तार किया जाये. जानकारी हो कि पूरे बिहार में निगरानी ने जांच कर फर्जी सर्टिफिकेट पर बहाल शिक्षकों पर मुकदमा दर्ज कराया है. शिक्षकों की डिग्री जांचने की प्रक्रिया अब तक जारी है. लेकिन जिनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है, वे गिरफ्तार हुए या नहीं इसकी कोई जानकारी निगरानी विभाग को नहीं है. ऐसे में निगरानी ने आदेश जारी कर तत्काल गिरफ्तारी शुरू करने को कहा है.
बिहार में फर्जी दस्तावेज पर नौकरी पाने वाले शिक्षकों की तुरंत गिरफ्तारी का आदेश दे दिया गया है. बताया जा रहा है कि विजिलेंस के डीजी आलोक राज ने इस मामले को लेकर पुलिस मुख्यालय को भी पत्र लिखा है. राज्य के पुलिस मुख्यालय से ये अनुरोध किया गया है कि वह सभी जिला पुलिस को ये निर्देश जारी करे कि फर्जी डिग्री के सहारे नौकरी लेने के आरोपी शिक्षकों को जल्द गिरफ्तार किया जाये. जानकारी हो कि पूरे बिहार में निगरानी ने जांच कर फर्जी सर्टिफिकेट पर बहाल शिक्षकों पर मुकदमा दर्ज कराया है. शिक्षकों की डिग्री जांचने की प्रक्रिया अब तक जारी है. लेकिन जिनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है, वे गिरफ्तार हुए या नहीं इसकी कोई जानकारी निगरानी विभाग को नहीं है. ऐसे में निगरानी ने आदेश जारी कर तत्काल गिरफ्तारी शुरू करने को कहा है.
सारण में अब तक 170 ऐसे शिक्षकों की पहचान हो चुकी है. जिन्होंने फर्जी डिग्री के सहारे नौकरी हासिल की है. ऐसे लोगों के खिलाफ अब तक 55 एफआइआर दर्ज करायी जा चुकी है. नियोजित शिक्षकों की नियुक्ति में जांच का सिलसिला 2015 से ही चल रहा है. लेकिन उनके खिलाफ क्या कार्रवाई हुई है. इसकी खबर निगरानी ब्यूरो को नहीं है. निगरानी ब्यूरो को ही शिक्षकों की जांच का जिम्मा मिला था. अब निगरानी विभाग ने सभी जिला पुलिस से यह जानकारी मांगी है कि जिनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज हुई, वैसे शिक्षक अभी कहां हैं. निगरानी ने यह भी पूछा है कि अब तक उनकी गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई है.
सारण में नियोजित शिक्षकों की जांच में अब तक 170 शिक्षकों की डिग्री को जाली पाया गया है. उनके खिलाफ एफआइआर दर्ज करायी जा चुकी है. अब निगरानी इस महीने के आखिरी सप्ताह में फर्जी शिक्षकों के खिलाफ कारवाई की रिपोर्ट लेगी. फर्जी शिक्षकों की जांच के बाद दर्ज एफआईआर की संख्या के लिहाज से सबसे ज्यादा फर्जीवाड़ा नालंदा में पकड़ा जा चुका है. अब तक वहां 79 एफआइआर दर्ज करायी जा चुकी है. उधर गया में 71 एफआइआर दर्ज करायी गयी है, जिसमें 218 शिक्षकों को आरोपी बनाया गया है. इसके अलावे में सारण में 55 एफआइआर दर्ज कराई जा चुकी है और इसमें 170 फर्जी शिक्षक शामिल किये गये हैं.
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